प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद में चार साल पहले आई 68500 शिक्षकों की भर्ती अब जिला आवंटन में उलझी हुई है। चयन के बाद शिक्षकों को जिला आवंटन किया गया तो तमाम शिक्षक अपने मूल जनपद से दूर पहुंच गए।
उसके बाद जो सूची जारी की गई, उसमें कम मेरिट के शिक्षकों को उनके गृह जनपद या समीपवर्ती जिले आवंटित हो जाने पर विरोध शुरू हो गया। अधिक मेरिट के बावजूद दूर जिलों में तैनाती पाए शिक्षकों के विरोध करने पर उनसे फिर प्रत्यावेदन लिया जा रहा है। मंगलवार शाम तक 822 शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय में इस उम्मीद में प्रत्यावेदन जमा किए कि विकल्प में दर्शाया जिला आवंटित हो जाएगा।
बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय में मंगलवार को प्रत्यावेदन देने पहुंचे अभ्यर्थियों ने बताया कि विभाग उन्हें प्रत्यावेदन और विकल्प के नाम पर परेशान कर रहा है। कोर्ट के आदेश पर जब शिक्षकों ने जिला आवंटन के लिए विकल्प के साथ प्रत्यावेदन दिया था, तब नहीं बताया गया कि 30 जिलों में पद रिक्त नहीं है। उन्हें यह पता तब चला जब 10 मई को बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने जिला आवंटन की सूची जारी की तो कई का स्थानांतरण नहीं हुआ। शिक्षकों का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर लिए गए प्रत्यावेदन के दौरान ही स्पष्ट किया जाना चाहिए था कि 30 जिलों में पद रिक्त नहीं है। ऐसे में 30 जिलों को छोड़कर अन्य जिलों का विकल्प दिया जाए। ऐसा किया गया होता तो इस प्रचंड गर्मी में दूर दराज जिलों से सफर तय कर प्रत्यावेदन देने के लिए परेशान न होना पड़ता।