गोंडा। परिषदीय स्कूलों में नए सत्र का शुभारंभ बीते अप्रैल से हो चुका है। स्कूल चलो रैली और प्रवेश उत्सव के माध्यम से अब तक हजारों बच्चों का नामांकन भी नए सत्र के दौरान स्कूलों में हो चुका है। इसके बावजूद अभी तक विभिन्न कक्षाओं में पठन पाठन के लिए संचालित किताबों की उपलब्धता पढ़ाई के लिए सुनिश्चित नहीं हो पायी है। जिले में संचालित करीब 2628 स्कूलों के कक्षा एक से लेकर आठ तक के करीब चार लाख बच्चों के हाथ में पाठन पाठन के लिए जरूरी यह नि:शुल्क किताबें अब अगस्त माह तक ही पहुंचने की उम्मीद है। पढ़ाई के लिए किताबें न मिल पाने से स्कूलों में चल रहे पठन पाठन कार्य पर संकट गहराने लगा है।
विभागीय अफसरों की माने तो स्कूलों में पढ़ाई के लिए जरूरी किताबों की आपूर्ति प्रक्रिया शुरू होने में अभी समय लगेगा। अप्रैल में सत्र शुरू होने के साथ ही बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने के लिए इन्हें टेंडर की प्रक्रिया दिसंबर में ही शुरू होनी थी लेकिन इसकी प्रक्रिया अप्रैल में शुरू की गई। इसी कारण से बच्चों को मजबूरन अभी कई माह और बिना किताबों के ही पढ़ाई करनी होगी। जिले के 2628 परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के करीब चार लाख छात्र-छात्राओं को किताबें प्रकाशित कर वितरित करने के लिए चार मई तक प्रकाशकों से टेंडर मांगे गए हैं।
बताया जा रहा है कि टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी किताबें तीन महीने में और वर्क बुक चार माह बाद ही जिले में आ सकेंगी। विभाग के अधिकारियों की मानें तो मई में आपूर्ति की प्रक्रिया पूरी हो गई तो किताबें अगस्त के पहले सप्ताह और वर्कबुक सितंबर के पहले सप्ताह तक बच्चों को मिल सकेगी। हिंदी, अंग्रेजी व उर्दू माध्यम की क्रमश: 69, 39 व 32 किताबों और कार्यपुस्तिकाओं (वर्क बुक) मिलना है। बीएसए डॉ. अखिलेश प्रताप सिंह बताया कि नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए ब्लॉक स्तरीय सभी अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। किताबों का वितरण कार्य भी शासन स्तर से मिलने वाले दिशा निर्देश के आधार पर जल्दी शुरू कराया जाएगा।
दस ब्लॉक के बीईओ से जवाब-तलब
बेसिक शिक्षा में छात्रों के नामांकन में ढिलाई पर दस खंड शिक्षा अधिकारी फंस गए हैं। विभाग ने दस ब्लॉकों से बीईओ से जवाब तलब किया है। पचास फीसदी से कम नामांकन पर बीएसए ने नाराजगी जताई है। तीन दिनों में सभी से जवाब मांगा है और पांच दिनों में लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। 20 मई से स्कूलों में गर्मी की छुट्टी होने जा रही है। इससे पहले विभाग नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी में हैं। जिससे 15 जून को स्कूल खुलने पर पढ़ाई का माहौल तैयार करके पहली जुलाई से गतिविधियों का आयोजन हो सके।