महराजगंज,
सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना कार्यालय ने विद्यालय प्रबंध समिति का नया बैंक आफ बड़ौदा में खोलने का आदेश जारी किया है। इस पर प्रधानाध्यापकों ने ऐतराज जताते हुए विरोध शुरू कर दिया है। इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
जिले में केवल महराजगंज, नौतनवा व आनंदनगर में ही इस बैंक की शाखा है। इस बैंक में धन का आहरण चेक या बिड्राल से नहीं होता है। आनलाइन भुगतान ही करना होगा। इससे कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। अधिकांश एसएमसी अध्यक्षों के पास पैनकार्ड ही नहीं है। प्रधानाध्यापकों की परेशानी देख उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल(पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. त्रिभुवन नारायण गोपाल व जिला महामंत्री उपेन्द्र पांडेय के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने प्रभारी बीएसए श्याम सुन्दर पटेल से मिलकर एसएमसी का नया खोलने को लेकर राज्य परियोजना कार्यालय को अपना आदेश वापस लेने की मांग की है।
पदाधिकारियों का कहना रहा कि जिले में 1695 परिषदीय विद्यालय हैं। इन सभी विद्यालय का एसएमसी खाता विभिन्न बैंक की शाखा में पहले से ही है। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना कार्यालय ने सभी बीएसए को पत्र जारी कर एसएमसी का खाता बैंक आफ बड़ौदा में खोलने का निर्देश दिया है। महराजगंज, आनंदनगर व नौतनवा में ही बैंक की शाखा है। सिसवा, निचलौल, घुघली, परतावल, पनियरा, धानी, बृजमनगंज के एसएमसी अध्यक्ष व सचिव को खाता खोलने के लिए परेशान होना पड़ेगा। सोहगीबरवा में भी विद्यालय है। वहां के अध्यक्ष व सचिव को महराजगंज या नौतनवा जाना-आना पड़ेगा।
गौरतलब है कि एसएमसी खाता में कम्पोजिट ग्रांट, स्कूल ग्रांट, टीएलएम समेत कई योजनाओं की धनराशि शासन से भेजी जाती है। हर साल करोड़ों रुपये की लेनदेन एसएमसी खाते से होती है। अब राज्य परियोजना कार्यालय के फरमान पर जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने नाराजगी जताया है। उनका कहना है कि जब एक खाता पहले से ही है। सभी शाखा सीबीएस है। ऐसे में नया खाता खोलने के परमान से परेशानी बढ़ेगी। पदाधिकारियों ने बीएसए से इस आदेश का अनुपालन नहीं कराने की मांग की है।