सोनभद्र। जिले में सब पढ़ें सब बढ़े का नारा देकर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभियान चला रहे शिक्षा विभाग की स्थिति देख बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य व्यथित हो उठे। प्राथमिक विद्यालय घसिया बस्ती रौंप में निरीक्षण के दौरान बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति बेहद खराब थी। आसमान से बरसती आग के बीच अधनंगे बदन और नंगे पांव स्कूल पहुंचे बच्चों की तस्वीर ने उन्हें झकझोर दिया।
पोषण पुनर्वास केंद्र व जिला अस्पताल में मिली कई खामियां को अविलंब सुधारने का निर्देश दिया। पूरे मामले की रिपोर्ट शासन को सौंप जांच शुरू कराने की बात कही। कलेक्ट्रेट सभागार में पत्रकारों से मुखातिब इं. अशोक कुमार यादव ने बताया कि घसिया बस्ती स्थित प्राथमिक विद्यालय अधिकांश बच्चे अधनंगे हालत में मिले। बच्चों के नाखून, उनका वेश तो खराब मिला ही, 42 डिग्री पारे के बीच पथरीली जमीन पर नंगे पांव थे। भोजन की भी व्यवस्था काफी खराब मिली। कई बच्चों के पास थाली नहीं थी। जिनके पास थाली थी उसमें गंदगी की परत ऐसी जमी थी, जैसे उसमें इंसान नहीं बल्कि जानवर को भोजन परोसा जाता हो।