जिले की एक शिक्षिका व शिक्षक की फिल्म प्रदेश भर के स्कूलों में दिखाई जाएंगी। शासन के निर्देश पर शिक्षकों द्वारा बनाई गईं 125 फिल्मों में से दो फिल्म बिजनौर की चयनित हुई हैं। सामाजिक संदेश देने वाली ये फिल्म प्रदेश भर के परिषदीय स्कूलों में बच्चों को दिखाई जाएंगी।
लघु शैक्षिक फिल्म निर्माण प्रतियोगिता का हुआ था आयोजन
प्रदेश सरकार ने इसी साल फरवरी में लघु शैक्षिक फिल्म निर्माण प्रतियोगिता आयोजित हुई थी। इसके अंतर्गत शिक्षकों से शिक्षा एवं समाज के सरोकारों से जुड़ी फिल्म मोबाइल से शूट करके मंगवाई गईं थी। जिले के काफी शिक्षकों ने भी सामाजिक संदेश देने वालीं अपनी फिल्म शूट करके भेजी थीं। शासन स्तर पर प्रदेश भर की 125 लघु फिल्मों का मूल्यांकन करके 19 फिल्मों का चयन किया गया है। इसमें ब्लॉक हल्दौर के गांव खतापुर के प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका अंजिता रानी की फिल्म 11वें नंबर और कंभौर के शिक्षक डा.अतीक अहमद अंसारी की फिल्म 18वें नंबर पर चुनी गई है।
यातायात नियमों पर आधारित है अंजिता रानी की फिल्म
अंजिता रानी ने बताया कि उनकी फिल्म यातायात नियमों पर आधारित है। फिल्म में स्कूल के बच्चों ने ही अभिनय किया था। उन्होंने हेलमेट-सीट बेल्ट आदि लगाने के फायदे बताए थे। फिल्म को मोबाइल से स्कूल में ही शूट किया गया था। फिल्म का शीर्षक भी यातायात के नियम ही रखा था। इसके अलावा डा.अतीक अहमद अंसारी की फिल्म मार्गदर्शन का चयन भी किया गया है। ये दोनों फिल्में प्रदेश भर के परिषदीय स्कूलों में बच्चों को दिखाई जाएंगी।
इन्होंने कहा
जिले की एक शिक्षिका व शिक्षक की फिल्मों का चयन शासन स्तर पर किया गया है। शासन द्वारा निर्धारित की गईं फिल्में जिले के स्कूलों में भी दिखाई जाएंगी।सामाजिक मुद्दों पर बनीं फिल्म देखने से बच्चों में जागरुकता आएगी।
जयकरण यादव, बीएसए