कसा शिकंजा तो लक्ष्य पूरा करने के लिए लगाई दौड़, प्रत्येक शिक्षक को एक दिन में पांच नामांकन का मिला लक्ष्य

 प्रयागराज : परिषदीय स्कूलों में विद्यार्थियों का पंजीयन इस बार लक्ष्य से बहुत कम है। यहां तक कि पिछले सत्र के आंकड़े को भी नहीं प्राप्त किया जा सका है। समीक्षा बैठक में यह तथ्य उजागर होने के बाद बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों (बीइओ) का अप्रैल का वेतन रोक दिया है। इससे हड़बड़ाए सभी खंड शिक्षाधिकारी शुक्रवार को अपने क्षेत्र में निकले। उन्होंने शिक्षकों पर दबाव बनाने के साथ अभिभावकों से भी संपर्क कर पंजीयन बढ़ाने का प्रयास किया। बीइओ नगर प्रज्ञा सिंह ने बताया कि वह स्वयं दारागंज, अलोपीबाग, परेड मैदान के आसपास की मलिन बस्तियों में गईं। 40 बच्चों को चिह्नित कर उनका पंजीयन कराने के लिए निर्देशित किया। प्रत्येक शिक्षक को एक दिन में कम से कम पांच बच्चों का नामांकन का लक्ष्य दिया है। अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा। धनूपुर विकास खंड के खंड शिक्षाधिकारी डा. प्रभा शंकर पांडेय ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय शिमलापट्टी, मीठूपुर का निरीक्षण कर ग्राम सभाओं में भी भ्रमण कर अभिभावकों को बच्चों का नामांकन कराने के लिए प्रेरित किया। विकास खंड के शिक्षकों को दस पंजीयन प्रतिदिन करने का लक्ष्य दिया है।




 गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों का संचालन लक्ष्य में बाधक : शिक्षक नेता ब्रजेंद्र सिंह ने कहा कि जन्मदर 2.5 है, नामांकन लक्ष्य विद्यालय की कुल संख्या का 22 प्रतिशत है। यह बहुत अधिक है। कोरोना काल में विद्यालयों में अचानक छात्र संख्या बढ़ी थी। अधिकांश क्षेत्रों में ऐसे बच्चे नहीं है जो विद्यालय न जाते हों। लक्ष्य हासिल करने में सब से अधिक बाधा सभी क्षेत्रों में गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों का संचालन है। शासन को इस संबंध में विचार करना चाहिए।


शैक्षिक संवर्धन संगोष्ठी
प्रयागराज : विकास खंड जसरा के प्राथमिक विद्यालय चामू में न्याय पंचायत स्तरीय शिक्षक संकुल बैठक हुई। मुख्य अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी अखिलेश वर्मा ने शिक्षकों से कहा कि अभिभावकों में विश्वास जगाएं कि विद्यालय आने के बाद बच्चों का भविष्य उज्ज्वल रहेगा। यह भी आग्रह किया कि अधिक से अधिक बच्चों का स्कूलों में नामांकन कराएं। सरोज यादव, जीसी सिंह, प्रमोद मिश्रा, जितेंद्र मिश्रा मौजूद रहे।

l प्रत्येक शिक्षक को एक दिन में पांच नामांकन का मिला लक्ष्य l खंड शिक्षाधिकारियों ने शिक्षकों के साथ शुरू किया भ्रमण