प्रतापपुर विधायक विजमा यादव आशीष के घर पहुंचीं तो महिलाएं उनसे लिपट कर दहाड़ें मारने लगीं। विधायक ने शोक संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें ढाढ़स बंधाया।
आशीष हत्याकांड का आरोपी नन्हे तिवारी उर्फ राजगुरु छतनाग घाट पर आने वाले शव का कर्मकांडी बताया गया। उसकी पिस्तौल लहराते हुए एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
हनुमानगंज । बीटीसी छात्र आशीष यादव का मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो मातम पसर गया। आशीष की मां बेसुध हो गई। लोगों के गुस्से को देखते हुए कई थानों की पुलिस, पीएसी के साथ सीओ तैनात रहे। गंगा तट पर अंत्येष्टि की गई।
सरायइनायत थाना क्षेत्र के पाली करनपुर जियाई का पूरा निवासी पीएसी दरोगा बाबूचंद्र यादव के बड़े बेटे आशीष को सोमवार शाम 7:30 बजे गांव के ही युवक ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या की वजह परिजनों ने चुनावी रंजिश बताई थी। परिजनों की तहरीर पर ग्राम प्रधान संतोष यादव सहित 11 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। मंगलवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद आशीष का शव जब हत्यारोपितों के घर के सामने से गुजर रहा था, तभी अचानक कुछ लोग आक्रोशित हो गए। लेकिन फूलपुर सीओ रामसागर झूंसी, फूलपुर, थरवई, बहरिया, सरायइनायत और एक टुकड़ी पीएसी के साथ सतर्क रहे जिससे भीड़ का गुस्सा भड़क नहीं सका। दरवाजे पर पहुंचते ही हाहाकार मच गया। करुण क्रंदन और मां बहनों की चीत्कार से लोगों की आंखें नम हो गईं। परिजनों ने पुलिस से हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
हत्या की वजह चुनावी गोलबंदी या आशनाई: आशीष यादव की हत्या की सही वजह अब भी पता नहीं है। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत मतदान केंद्र को आशीष के घर के बगल स्थित प्राइमरी स्कूल से पंचायत भवन में ले जाने से तनाव बढ़ गया था। सीओ राम सागर ने बताया कि पीड़ित पक्ष हत्या को चुनावी गोलबंदी बता रहा है।
अखिलेश ने ट्वीट कर सरकार को घेरा: नेता प्रतिपक्ष एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना को टैग कर ट्वीट करते हुए कहा, उत्तर प्रदेश में अपराध की बुलेट ट्रेन दौड़ रही है। भाजपा के दूसरे कार्यकाल में बैंक लूट, लॉकर चोरी, बलात्कार, गोलीकांड और हत्या की घटनाएं निरंतर बढ़ी हैं।