प्राइमरी स्कूल में प्रति छात्र मिल रहे चार रुपये 95 पैसे, स्कूलों में दो साल पुराने मूल्य पर बन रहा भोजन
बिजनौर। परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को मिड-डे मील खिलाया जाता है। महंगाई लगातार बढ़ रही है, जिस कारण दाल, सब्जियों तथा दूध का मूल्य भी आसमान छू रहे हैं। महगाई बड़ी, लेकिन परिषदीय विद्यालयों के लिए बनने वाले मिड-डे-मील की कन्वर्जन कॉस्ट में दो साल से कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। धनराशि कम रहने और महंगाई बढ़ने से छात्रों को मिलने वाले भोजन पर संकट उत्पन्न हो रहा है। स्कूलों के शिक्षक-शिक्षाएं व ग्राम प्रधान किसी तरह इस
धनराशि में छात्रों को मिड-डे-मील खिला रहे हैं।
सरकारी स्कूलों में मेन्यू के अनुसार दोपहर में ताजा पौष्टिक भोजन दिया जाता है। विभाग के अनुसार प्राइमरी स्कूल में प्रति बच्चा 4 रुपये 95 पैसे के दर से तथा जूनियर स्कूलों में 7 रुपये 45 पैसे को दर से खाना पकाने के लिए धनराशि भेजी जा रही हैं। सरकार की ओर से प्रति छात्र 100 ग्राम प्राइमरी तथा डेढ़ सौ ग्राम जूनियर में चावल व गेहूं दिया।
जाता है। इन स्कूलों में मेन्यू के अनुसार ताजा व पौष्टिक भोजन दिया जाता है। शिक्षकों का कहना है कि कन्वर्जन कॉस्ट में गत दो सालों से एक पैसे की भी बढ़ोतरी नहीं हुई है। इस धनराशि में तेल, नमक, मसाले, सब्जी दूध, चौनी, गैस लेना कठिन हो रहा है।