इसी माह 24 मार्च से प्रस्तावित यूपी बोर्ड परीक्षा के पैटर्न बदलने और परीक्षा टालने संबंधी खबरों के सोशल मीडिया पर फैलने के बाद परिषद की ओर से जारी हेल्प डेस्क नंबर पर सवालों की झड़ी लग गई। हेल्प डेस्क के नंबर पर मंगलवार सुबह आठ बजे से ही प्रदेश के अलग-अलग जिलों से छात्र व अभिभावकों के फोन आते रहे।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के हेल्प डेस्क का नंबर शांत होने का नाम नहीं ले रहा था। सैकड़ों परीक्षार्थी और अभिभावक तमाम सवाल कर रहे थे। कुछ कॉमन सवाल थे, मैम परीक्षा पैटर्न में क्या बदलाव किया गया है, परीक्षा की समय व तिथि बदली गई है क्या?
उधर, बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने 14 मार्च को नोटिस जारी कर स्पष्ट किया कि कोविड-19 संक्रमण के कारण वर्ष 2022 में होने जा रही हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षाओं के पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत कटौती की गई है। सभी प्रश्नपत्रों के पाठ्यक्रम में तीस प्रतिशत की कटौती हुई है। ऐसे में अब बचे 70 प्रतिशत पाठ्यक्रम से ही सवाल पूछे जाएंगे। सचिव ने पैटर्न में किसी बदलाव का खंडन करते हुए सभी प्रधानाचार्यों से कहा है कि वो अपने-अपने परीक्षार्थियों को भी इस सूचना से अवगत कराएं।
केस-1
हिन्दी में पूरे पाठ्यक्रम से पूछे जाएंगे? प्रश्न: गौरीगंज के एक विद्यालय में इंटर के छात्र आशुतोष ने हेल्प डेस्क को फोन कर पूछा, हिन्दी के पूरे पाठ्यक्रम से प्रश्न पूछे जाएंगे या 70 फीसदी पाठ्यक्रम से ही सवाल आएंगे। अच्छा अंक पाने के लिए क्या करना होगा।
केस-2
प्रश्न:परीक्षा पैटर्न में क्या हुआ बदलाव?
आजमगढ़ के अमन इंटर के छात्र हैं। उन्होंने पूछा कि क्या परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया है। हेल्प डेस्क ने बताया कि जितने पाठ्यक्रम की आप ने पढ़ाई की है उसी से सवाल पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र के पैटर्न में कोई बदलाव नहीं है।
केस-3
प्रश्न: परीक्षा तिथि बदली क्या?
बरेली की अविका सिंह हाईस्कूल की छात्रा हैं। उन्होंने सवाल किया कि परीक्षा तिथि और समय सारिणी में क्या बदलाव किया गया है। उनकी शिकायत थी कि इस बार परीक्षा कार्यक्रम बहुत कम समय रहते जारी किया गया हैैं।
केस-4
प्रश्न: पढ़ाई के आधार पर ही पूछे जाएंगे प्रश्न?
अमेठी के धर्मेंद्र यादव ने पूछा कि स्कूलों में जितनी पढ़ाई कराई गई है। उसी आधार पर बोर्ड परीक्षा में प्रश्न पूछे जाएंगे। क्या इस बार भी 70 पाठ्यक्रम से ही प्रश्न बोर्ड परीक्षा में आएंगे।