नरैनी। रविवार को अवकाश के दिन भी परिषदीय विद्यालय खोलकर सघन पल्स पोलियो अभियान में बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने के निर्देश कई स्कूलों में हवा में उड़ा दिए गए। लगभग तीन दर्जन परिषदीय विद्यालय खुले ही नहीं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गेट पर ही इक्का-दुक्का बच्चों को खुराक पिलाकर चली गईं।
सघन पल्स पोलियो अभियान रविवार से शुरू हुआ है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने निर्देश जारी किए थे कि रविवार को भी स्कूल खोलकर बच्चों को बुलाया जाए और पोलियो ड्राप पिलाया जाए। इसके बावजूद क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय, पचपेड़िया (बदौसा), बल्देव का पुरवा (कुलसारी) आदि स्कूलों में ताला लटकता रहा।
यहां दवा पिलाने पहुंचे स्वास्थ्य कर्मी स्कूल खुलने का इंतजार करते रहे। कुछ स्कूलों में स्कूल गेट पर बैठकर स्वास्थ्य कर्मियों ने ग्रामीण बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई। चिकित्साधीक्षक डॉ. अजय प्रताप विश्वकर्मा ने बताया कि शून्य से 5 साल के बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने के लिए सुपरवाइजर, एएनएम, एलएचडब्ल्यू, आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की कई टीमें लगाई गईं थीं।
201 बूथों पर 15 हजार से अधिक बच्चों को दवा पिलाई गई। उनकी टीम को कई स्कूलों में ताले बंद मिले हैं। इसकी जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी गई है। खंड शिक्षाधिकारी राजेंद्र कुशवाहा ने बताया कि उन्हें स्कूल बंद होने की जानकारी नहीं मिली। यदि ऐसी कोई सूचना मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।