लखनऊ : यूपी बोर्ड की पहले दिन की परीक्षा के दौरान केंद्रों पर खूब अव्यवस्था रही। शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक डा. अमरकांत सिंह की जांच में इसकी हकीकत सामने आई। गड़बड़ी पर एक केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षकों को निलंबित करने के साथ ही उनके खिलाफ एफआइआर कराने का निर्देश दिया।
ठाकुरगंज स्थित बजरंगी लाल साहू इंटर कालेज की चार परीक्षार्थी शुक्रवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पहुंचीं। छात्रओं का कहना था कि परीक्षा के दौरान केंद्र पर उन्हें हंिदूी के स्थान पर सामान्य हंिदूी का प्रश्नपत्र थमा दिया गया। छात्रओं ने इसकी लिखित शिकायत डीआइओएस को दी। डीआइओएस ने केंद्र पर इसकी जांच की। जांच में पाया कि कक्ष निरीक्षकों ने तीन कमरों में बैठे परीक्षार्थियों से प्रवेश पत्र एवं नामावली की जांच किए बिना प्रश्नपत्र वितरित किए। नतीजतन तीन कमरों में परीक्षा दे रहीं चार छात्रओं ने हंिदूी के स्थान पर सामान्य हंिदूी के प्रश्नपत्र से परीक्षा दी। छात्रओं का कहना था कि उन्होंने परीक्षा के दौरान ही आपत्ति जताई, मगर केंद्र व्यवस्थापक ने ध्यान नहीं दिया। डीआइओएस डा. अमरकांत ने केंद्र व्यवस्थापक रवि किशोर गौतम को तत्काल प्रभाव से उन्हें उनके दायित्व से हटा दिया। उनके स्थान पर रतना गुप्ता को केंद्र व्यवस्थापक बनाया गया। वहीं प्रबंधक को निर्देशित किया कि केंद्र व्यवस्थापक यानी ¨प्रसिपल व कक्ष निरीक्षकों को भी निलंबित कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएं।
आलमबाग के गांधी विद्यालय इंटर कालेज में जीसेफ एंड मेरी कालेज खदरा के भी परीक्षा दे रहे थे। जीसेफ एंड मेरी के प्रधानाचार्य की ओर से 23 मार्च को विद्याथिर्यो के विषय बदलने की जानकारी दी गई। डा. अमरकांत ने बताया कि इस पर जीसेफ एंड मेरी कालेज की मान्यता रद करने की सिफारिश की। साथ ही गांधी विद्यालय इंटर कालेज के केंद्र व्यवस्थापक को जिम्मेदारी से हटा दिया, क्योंकि सूचना प्राप्त होने के बाद उन्होंने इसकी जानकारी बोर्ड को नहीं दी।
’>>डीआइओएस ने एफआइआर कराने का भी दिया निर्देश
’>>जीसेफ एंड मेरी कालेज की मान्यता रद करने की संस्तुति