बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में एक अप्रैल से शैक्षिक सत्र 2022-23 शुरू हो जाएगा, लेकिन विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरित कराने की तैयारी अभी तक शुरू नहीं की गई है। ऐसे में विद्यार्थियों को अप्रैल में पाठ्य पुस्तकों का वितरण होना संभव नहीं लग रहा है।
उधर, विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म, जूता-मोजा, स्कूल बैग और स्वेटर की राशि का नकद भुगतान किया जाएगा या सामग्री खरीद कर वितरित की जाएगी, इस पर भी अभी निर्णय नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक नई सरकार के रुख पर इसका निर्णय किया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों में 1.80 करोड़ विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्यपुस्तकों का वितरण किया जाता है। पहली कक्षा में ही एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जाना है। वहीं, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत भी पाठ्यक्रम का निर्धारण होना है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक पाठ्यपुस्तक प्रकाशन को लेकर अभी तक टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। टेंडर प्रक्रिया को पूरा करने में करीब एक महीने से अधिक समय लगेगा। जिस भी फर्म को टेंडर मिलेगा, उसे पुस्तक प्रकाशित कर वितरण के लिए कम से कम दो महीने का समय देना होगा। ऐसे में मई जून तक ही स्कूलों में किताबें पहुंच सकेंगी