नकल माफिया बोर्ड परीक्षा से लेकर टीईटी और यहां तक यूपी लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं तक में सक्रिय हैं। 28 नवंबर को यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) से ठीक पहले पेपर व्हाट्सएप पर वायरल हो गया था। इसमें जिस प्रिंटिंग प्रेस को प्रश्नपत्र छापने का जिम्मा दिया गया था, वहीं से पेपर आउट की बात सामने आई थी। पहले भी पेपर आउट, गड़बड़ियों के कारण कई बड़ी परीक्षाएं रद्द हो चुकी हैं।
टीईटी 2021:.....
टीईटी 2021: पेपर लीक से 28 नवंबर को टीईटी 2021 स्थगित करनी पड़ी। 23 जनवरी को दोबारा कराई गई परिणाम घोषित नहीं।
पीसीएस 2015: 29 मार्च 2015 को हुई पीसीएस प्री 2015 परीक्षा का पहला प्रश्न पत्र लखनऊ के एक सेंटर से आउट हो गया था। आयोग को परीक्षा निरस्त कर 10 मई 2015 को फिर से परीक्षा करानी पड़ी थी।
आरओ-एआरओ 2016: 27 नवंबर 2016 को समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती 2016 का पेपर लखनऊ के एक केंद्र से आउट होने के आरोप लगे। भर्ती चार साल लंबित रही। 2020 में आयोग को पूरी परीक्षा निरस्त कर फिर से करानी पड़ी।
दरोगा भर्ती 2016: यूपी पुलिस भर्ती एवं पदोन्नति बोर्ड की ओर से 25 एवं 26 जुलाई को ऑनलाइन परीक्षा होनी थी। 21 जुलाई को परीक्षा का पेपर वायरल होने से 25 26 जुलाई की परीक्षा स्थगित करनी पड़ी थी। 3307 पदों के लिए नौ लाख से ज्यादा ने आवेदन किया था।
पावर कार्पोरेशन की जेई भर्ती 2018: फरवरी 2018 में पॉवर कार्पोरेशन की जेई भर्ती 2018 को पेपर लीक, धांधली की शिकायतों पर निरस्त करना पड़ा था। विद्युत सेवा आयोग के अध्यक्ष और सचिव को निलंबित भी किया गया था।
लोअर सबआर्डिनेट 2016: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से 15 जुलाई 2018 को आयोजित लोअर सबआर्डिनेट 2016 भर्ती की परीक्षा को एसटीएफ की जांच के बाद निरस्त कर दिया गया था। जांच में पेपर लीक की पुष्टि हुई थी। 700 पदों के लिए हुई इस परीक्षा के लिए छह लाख से अधिक ने आवेदन किया था।
नलकूप आपरेटर भर्ती 2018: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सितंबर 2018 में 3210 पदों के लिए आयोजित नलकूप आपरेटर भर्ती परीक्षा पेपर लीक के कारण निरस्त करनी पड़ी थी। एसटीएफ ने मेरठ से आठ को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से पेपर बरामद किया गया था।
सिपाही भर्ती 2018: 18 और 19 जून को दूसरी पाली में हुई परीक्षा को निरस्त करना पड़ा था। हालांकि इसकी वजह पेपर लीक नहीं थी।