प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) में शिक्षक भर्ती के लिए इंटरव्यू बृहस्पतिवार से शुरू हो गए। हालांकि इस दौरान छात्रों एवं कुछ अतिथि प्रवक्ताओं ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि इंटरव्यू में मानकों की अनदेखी करते हुए अभ्यर्थियों को बुलाया गया है, जिसकी वजह से कई योग्य अभ्यर्थी इंटरव्यू से पहले ही छंटकर बाहर हो गए।बृहस्पतिवार को सांख्यिकी विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती के लिए अभ्यर्थियों के साक्षात्कार लिए गए। इंटरव्यू इविवि के गेस्ट हाउस में सुबह नौ बजे से शुरू हुआ और थोड़ी ही देर बाद गेस्ट हाउस के बाहर बड़ी संख्या में छात्र जुट गए। छात्रों के साथ कुछ अतिथि प्रवक्ता भी वहां मौजूद थे। उन्होंने गेस्ट हाउस का घेराव करते हुए आरोप लगाए कि इसमें दो स्तरीय आरक्षण लागू किया गया है।
एक ही फॉर्म संख्या पर दो कैटेगरी में अभ्यर्थियों को बुलाया गया और पहले दिन ऐसे तीन अभ्यथी इंटरव्यू में शामिल हुए। छात्रों ने यह आरोप भी लगाया कि एक सीट पर केवल आठ अभ्यर्थियों को बुलाया गया है। 50 प्रतिशत से अधिक संख्या में ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिन्होंने जो 2018 में आवेदन किए थे। 2018 में एक पद पर 15 लोगों को बुलाया गया था। यह भी मांग की कि दिल्ली विश्वविद्यालय की तर्ज पर 70 प्लस एपीआई वाले अभ्यर्थियों को भी इंटरव्यू में मौका दिया जाए और में पढ़ा रहे अतिथि प्रवक्ताओं के साथ नेट अभ्यर्थियों को भी इंटरव्यू में बुलाया जाए।