श्रावस्ती विकास भवन स्थित राप्ती सभागार में मंगलवार को जिला स्तरीय एक दिवसीय मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी मौजूद रहे।
इनके द्वारा जिले के 984 अध्यापको को ब्लाक स्तर पर एक दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान करके दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान सीडीओ ईशान प्रताप सिंह ने कहा कि विद्यालय भ्रमण के दौरान यह देखा जाता है कि खेती किसानी के दौरान स्कूलों में बच्चों की संख्या बहुत ही कम रहती है। दिव्यांग बच्चों की संख्या तो और भी न्यूनतम होती है। आज आवश्यकता इस बात की है कि हमें यदि साक्षर श्रावस्ती का सपना देखना है तो सामान्य बच्चों के साथ दिव्यांग बच्चों को भी नियमित रूप शिक्षा की मुख्य धारा से जोडना होगा।
दिव्यांग बच्चों को शिक्षा को लेकर समय समय पर अनेक प्रयास किए जाते है। इसी कारण आज बड़ी संख्या में दिव्यांग बच्चे विद्यालय पहुंच रहे हैं। दिव्यांग बच्चों को शिक्षण एवं प्रशिक्षण प्रदान किए जाने के लिए विशेष अध्यापक कार्यरत है लेकिन उनकी संख्या काफी कम होने के कारण सभी बच्चों तक उनकी पहुंच संभव नहीं है।