आगरा। परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की परीक्षाएं भी 24 मार्च से शुरू हो रही हैं और 29 मार्च तक चलेंगी। 5813 में से 3632 शिक्षकों की यूपी बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक के रूप में ड्यूटी लगा दी गई है। तमाम परिषदीय विद्यालयों में एक-एक शिक्षक ही परीक्षा कराएंगे।
बोर्ड परीक्षा में प्रधानाध्यापकों व इंचार्ज प्रधानाध्यापकों की भी ड्यूटी लगा दी है। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देश दिया गया है कि प्रधानाध्यापक व इंचार्ज प्रधानाध्यापक बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी देने नहीं जाएंगे। बाकी शिक्षकों को रिलीव किया जाना है। जिले में परिषदीय विद्यालयों की संख्या 2394 है। इसमें उच्च प्राथमिक और प्राथमिक विद्यालयों के अलावा कंपोजिट विद्यालय भी हैं, जिनमें कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई हो रही है। कुल 2.56 लाख पंजीकृत विद्यार्थियों परिषदीय परीक्षा में शामिल होना है।
परिषदीय स्कूलों की परीक्षा कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से बुधवार को प्रश्नपत्र भेजे गए। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र विद्यालयों में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। सभी परीक्षा के प्रश्नपत्र नहीं आए हैं, अभी शुरूआती तीन दिनों की परीक्षा के प्रश्नपत्र आए हैं। बीएसए सतीश कुमार का कहना है कि परिषदीय शिक्षकों की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में शासन के निर्देश पर लगी है, फिर भी यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षामित्रों के अलावा प्रत्येक विद्यालय में कम से कम एक शिक्षक जरूर रहे। शुरूआती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र उपलब्ध करा दिए गए हैं। परीक्षा के दौरान खंड शिक्षा अधिकारियों को विद्यालयों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।