सुल्तानपुर सांसद मेनका गांधी के दौर में परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था की बदहाली एक बार फिर उजागर हुई है। सांसद के निरीक्षण में कादीपुर के नोनरा प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता बेहद खराब मिली है। सांसद के सामने कक्षा पांच का कोई भी बच्चा अंग्रेजी की पुस्तक नहीं पढ़ सका। सांसद ने इस पर जब पूछताछ की तो पता चला कि संबंधित अध्यापक बच्चों को अंग्रेजी की पुस्तक हिंदी में पढ़ाते हैं। बीएसए ने इस मामले में कड़ा रुख अख्तियार करते हुए संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों से तीन दिन के अंदर जवाब मांगा है।
सांसद मेनका गांधी ने सोमवार को कादीपुर के प्राथमिक विद्यालय नोनरा का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के समय सांसद ने कक्षा पांच के बच्चों से अंग्रेजी की पुस्तक पढ़ने को कहा। कक्षा का कोई भी बच्चा अंग्रेजों की पुस्तक नहीं पढ़ सका। साथ ही अन्य कक्षाओं के बच्चे भी अंग्रेजी की पुस्तक नहीं पढ़ पाए। सांसद मेनका गांधी के पूछताछ करने पर पता चला कि विद्यालय के सहायक अध्यापक बच्चों को अंग्रेजी की पुस्तक हिंदी में पढ़ाते हैं। विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता पर सांसद ने असंतोष जताया था सांसद के सामने अंग्रेजी की पुस्तक नहीं
पढ़ पाने के मामले की जानकारी बीएसए दीवान सिंह यादव को हुई तो उन्होंने सख्त रुख अख्तियार कर लिया। बीएसए ने प्रधानाध्यापक प्रदीप वर्मा, सहायक अध्यापक अनिल कुमार, अजय कुमार, नीलू वर्मा व शिक्षामित्र निर्मला को नोटिस देकर तीन दिन के अंदर अपना स्पष्टीकरण खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि संबंधित को पत्र प्राप्त कराते हुए विद्यालय का औचक निरीक्षण करें। विद्यालय में अध्यापकों व शिक्षामित्र की ओर से पढ़ाए जा रहे विषय की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।