लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों परीक्षा समाप्त और आधे से ज्यादा मूल्यांकन कार्य पूरा हो चुका है। ऐसे में विभाग ने रिपोर्ट कार्ड में प्रत्येक विषय में कुल 100 अंकों के आधार पर मूल्यांकन के निर्देश दिए हैं जबकि परीक्षा 50 अंकों की कराई गई। सभी बच्चों को अनिवार्य रूप से प्रमोट करने का भी आदेश है चाहे उसने परीक्षा दी हो या न दी हो।
परिषदीय विद्यालयों में 22 मार्च से परीक्षाएं शुरू हुईं तो उसी दिन इन विद्यालयों के करीब 80 फीसदी शिक्षकों की ड्यूटी यूपी बोर्ड की परीक्षा में लगा दी गई। इससे परिषदीय विद्यालयों की व्यवस्था बेपटरी हो गई। परीक्षाएं 26 मार्च को समाप्त हो गई और मूल्यांकन का आधा काम भी समाप्त हो गया। इस बीच विभाग का नया फरमान आ गया।
नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए परिषदीय स्कूलों में कई बदलाव किए गए हैं। बोर्ड परीक्षा की भांति एक ही परीक्षा कार्यक्रम और एक तरह के प्रश्न पत्र से परीक्षा कराई गई शिक्षकों के अनुसार, सतत आकलन को ध्यान में रखकर मूल्यांकन किया जा रहा है। यही वजह है कि लिखित परीक्षा के अलावा मौखिक मूल्यांकन पर भी ध्यान दिया गया। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि 100 अंकों के आधार पर मूल्यांकन होगा और सभी छात्र प्रमोट होंगे।