एडी बेसिक ने 26 फरवरी को क्यारा ब्लॉक के सात स्कूलों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान एक स्कूल बंद मिला। वहां के पूरे स्टाफ का वेतन रोक दिया गया। इसके अतिरिक्त 13 गायब शिक्षकों का वेतन भी रोका गया है। दो लोगों की वार्षिक वेतन वृद्धि अवरुद्ध की गई है।
एडी बेसिक गिरवर सिंह सुबह 9:20 बजे प्राथमिक विद्यालय भाट पहुंचे। निरीक्षण के समय विद्यालय बंद था। कई छात्र-छात्राएं बाहर खड़े हुए थे। गांव वालों ने बताया कि अध्यापक समय पर नहीं आते हैं, ना ही कोई शिक्षण कार्य कराया जाता है। अक्सर टीचर मोबाइल पर बैठ कर बात करती रहती हैं। एडी ने पूरे स्टाफ का निरीक्षण तिथि का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया। यहां के बाद एडी बेसिक प्राथमिक विद्यालय सूदनपुर पहुंचे। स्कूल में चार शिक्षक अनुपस्थित थे। एक शिक्षिका सीसीएल पर बताई गई लेकिन सीसीएल स्वीकृति के संबंध में साक्ष्य नहीं मिले। विद्यालय में पंजीकृत 190 छात्रों के सापेक्ष सिर्फ 34 छात्र उपस्थित थे। स्कूल में साफ-सफाई भी नहीं पाई गई। अनुपस्थित सहायक अध्यापकों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है। इंचार्ज प्रधानाध्यापक देवेंद्र कुमार को अव्यवस्था के चलते आगामी एक वर्ष की स्थाई वेतन वृद्धि अवरूद्ध की गई है। उच्च प्राथमिक स्कूल सूदनपुर में स्टाफ देरी से पहुंचा था। बताया गया कि सभी लोग जाम में फंस गए थे। स्कूल में उपस्थित छात्र-छात्राओं और ग्राम वासियों ने अध्यापकों के शिक्षण कार्य की प्रशंसा की।
हैवतपुर में 73 में सिर्फ छह छात्र आये
प्राथमिक विद्यालय हैवतपुर में प्रधानाध्यापक भगवान सिंह और सहायक अध्यापक पूनम रानी अनुपस्थिति थे। पंजीकृत 73 छात्रों के सापेक्ष सिर्फ छह छात्र ही विद्यालय आये थे। अनुपस्थित स्टाफ का निरीक्षण विधि का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है। प्राइमरी स्कूल बिचरा बाल किशनपुर में दो सहायक अध्यापक अनुपस्थित थे। यहां भी 74 में सिर्फ छह छात्र ही उपस्थित थे। ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत काम भी पूरा नहीं पाया गया। अनुपस्थित स्टाफ का वेतन रोका गया है। प्राथमिक स्कूल धनेटी खरगपुर में प्रधानाध्यापिका सोनी वर्मा अनुपस्थित थी। तीन और टीचर भी अनुपस्थित मिले। पंजीकृत 195 छात्र-छात्राओं के सापेक्ष सिर्फ 52 छात्र उपस्थित थे। अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन रोका गया है।
मटियार में 60 में सिर्फ 19 छात्र मिले
प्राथमिक स्कूल मटियार में 60 छात्रों के सापेक्ष 19 छात्र उपस्थित थे। उपस्थित छात्रों को बरामदे में बैठाया गया था मगर शिक्षण कार्य नहीं चल रहा था। अधिकतर शिक्षक मोबाइल पर बातें कर रहे थे। ऑपरेशन कायाकल्प का कार्य भी पूरा नहीं मिला। छात्रों ने बताया कि स्कूल 10 बजे के बाद ही खुलता है और 1:30 बजे बंद कर दिया जाता है। प्रधानाध्यापक योगेंद्र कुमार शर्मा ने भी यह बात स्वीकार की। समस्त अध्यापकों की आगामी एक वार्षिक वेतन वृद्धि अग्रिम आदेशों तक अवरूद्ध की गई है।