परिषदीय विद्यालय: पदोन्नति से पहले गुरुजी की होगी परीक्षा, अधिकारी ऐसे करेंगे मूल्यांकन, पढ़े सूचना

 

परिषदीय विद्यालय: पदोन्नति से पहले गुरुजी की होगी परीक्षा, अधिकारी ऐसे करेंगे मूल्यांकन, पढ़े सूचना 

गोरखपुर: परिषदीय विद्यालयों के गुरुजी जी की अब प्रोन्नति उनके प्रदर्शन के आधार पर की जाएंगी। नौ पैरामीटर्स से खंड शिक्षा अधिकारी बीईओ उनके कार्य का आकलन करेंगे और फिर इसकी रिपोर्ट सौपेंगे। बेहतर कार्य करने वाले गुरुजी को चिन्हित कर उनको प्रोन्नतियां दी जाएंगी।



परिषदीय विद्यालयों के शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने पर शासन का जोर हैं। अभी तक शिक्षकों का वरीयता के क्रम में प्रोन्नति होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। उनके कार्यों का मूल्यांकन करने के बाद उन्हें प्रोन्नति दी जाएगी। इसके लिए नौ पैरामीटर्स बनाए गए हैं, जिनके आधार पर उन्हें अंक दिया जायेगा। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को ज़िम्मेदारी दी जाएगी।


खंड शिक्षा अधिकारी ऐसे करेंगे उनका मूल्यांकन


विद्यालय में बेहतर सुविधाएं होने पर शिक्षकों को दस अंक दिया जायेगा। बेहतर उपस्थितियों पर पांच अंक, डिजिटल शिक्षा सामग्री के प्रयोग, रिजल्ट कार्ड 100 फीसद वितरण, एसएमसी की बैठक पर, विद्यार्थियों के बैठने के इंतजाम समेत अन्य व्यवस्थाओं पर दस-दस अंक दिए जाएंगे।


गोपनीय तरीके से होगी जांच


खंड शिक्षा अधिकारी गोपनीय तरीके से इसकी जांच करेंगे और अपनी रिपोर्ट तैयार कर बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजेंगे। बीएसए उसकी जांच करेंगे और फिर रिपोर्ट शासन को भेजेंगे। रिपोर्ट के आधार पर शिक्षकों को पुरस्कार व प्रमोशन मिलेगा।


देवरिया जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया कि पदोन्नति से पहले नौ पैरामीटर्स पर खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी जाती है। इस तरह का नियम बना है। अभी शासन से इस तरह की कोई रिपोर्ट नहीं मांगी गई है। शासन से आदेश मिलने के बाद रिपोर्ट तैयार कर भेजी जाएगी।