इस सरकारी विभाग में अचानक बदला पदनाम आधा हो गया मानदेय


प्रयागराज। चुनावी माहौल के बीच राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्टाफ के कई पदों का नाम बदल दिया गया है। साथ ही उनका मानदेय भी आधा कर दिया है। 25 जनवरी को इसका विज्ञापन जारी हुआ तो हड़कंप मंच गया। विरोध में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्टाफ ने विकास भवन में प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि जिन पदों पद पर इस वक्त अधिक मानदेय मिल रहा है, उन्हीं पदों का नाम बदल कर मानदेय भी कम किया गया है। इससे उन्हीं पदों पर वर्तमान में कार्यरत अधिकारी भी आशंकित हैं कि उनका भी पद कहीं समायोजित कर मानदेय न घटा दिया जाए।


राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जनपद व ब्लाक के अधिकारियों कर्मचारियों ने सोमवार को विकास भवन में प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन मुख्य विकास अधिकारी शिपू गिरि को सौपा । ज्ञापन में कहा गया कि जनपद व ब्लाक स्तरीय स्टाफ को नवंबर 2015 से 7 प्रतिशत वार्षिक वेतन वृद्धि नही प्राप्त हुई है । जुलाई 2020 से न तो कोई टीए-डीए दिया गया। न ही शिक्षा, मोबाइल, लैपटाप व अन्य प्राप्त होने वाले भत्ते दिए जा रहे हैं। जबकि उच्च न्यायालय में मिशन निदेशक ने सभी तरह के भत्ते दिए जाने का हलफनामा दिया है।

क्या हुआ है बदलाव

नए विज्ञापन में जनपद स्तरीय जिला मिशन प्रबंधक का पदनाम बदल कर जिला फंक्शनल प्रबंधक करते हुए मानदेय को 45000-75000 से घटाकर 30000-45000 कर दिया गया है। इसी प्रकार ब्लाक मिशन प्रबंधक के पद को समाप्त कर क्लस्टर कोआर्डिनेटर कर दिया गया है। जिसका वेतनमान 25000-45000 से घटाकर 12000-25000 कर दिया गया है।

एक ही एजेंसी को मिला काम

प्रदर्शन कर रहे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्टाफ ने बताया कि पहले इन पदों पर नियुक्ति के लिए अलग एजेंसी का चयन होता था और मानदेय देने का कार्य दूसरी एजेंसी करती थी। लेकिन, इस बार दोनों काम एक ही एजेंसी को एसएएमएस को सौपा गया है। इससे चयन प्रक्रिया में भी सस्या आएगी। जबकि इससे पहले हुई वैकेंसी में चयन की प्रक्रिया अलग एजेंसी करती थी। जबकि मानदेय देने का कार्य दूसरी एजेंसी को सौंपा जाता था।

हड़ताल की चेतावनी

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस मामले में राज्यपाल महोदया संज्ञान लें और इस पूरे प्रकरण का निस्तारण करें। यह माहौल बिगड़ने का कार्य है, छवि भी खराब की जा रही है। अगर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती तो समस्त मिशन स्टाफ पूर्णतः कलम बन्द हड़ताल करेगा।

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