11 February 2022

परिषदीय स्कूलों के जल की गुणवत्ता की होगी चेकिंग

अब जनपद के परिषदीय स्कूलों में पेयजल की गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी, जिससे बच्चों को जल जनित बीमारियों से दूर रखा जा सके । स्कूलों में पेयजल जांच कराने के संबंध में जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में सीडीओ ने जल निगम की अधिशासी अभियंता को पत्र जारी किया है।



जिले भर में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए पेयजल की बेहतर व्यवस्था की गई है। पेयजल की गुणवत्ता की जांच समय-समय पर न होने से बच्चों को बेहतर पानी की सुविधा नहीं मिल पाती है। पेयज की गुणवत्ता की जांच कराने के लिए राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन तेजी से काम चल रहा है। अब जनपद के परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आपूर्ति होने वाले पेयजल के गुणवत्ता की जांच कराईजाएगी। सीडीओ प्रशांत श्रीवास्तव ने जल निगम की अधिशासी अभियंता (प्रयोगशाला प्रभारी) को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत बालक-बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण को ध्यान में रखते हुए जल जनित बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए विद्यालयों के जल की जांच नि:शुल्क कराई जाए, जिससे पेयजल की गुणवत्ता के बारे में पता चल सकेगा। यह भी निर्देश दिए गए कि बालक-बालिकाओं को जल जनित बीमारियों से सुरक्षा देते हुए पेयजल के गुणवत्ता की जांच कराई जाए। इसके बाद डब्ल्यूक्यूएमआईएस पोर्टल को अपडेट करते हुए बीएसए को सूचना दी जानी चाहिए। इस काम में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। सीडीओ ने बताया कि जल निगम की अधिशासी अभियंता को पत्र जारी कर दिया गया है।