बेसिक शिक्षा विभाग ने क्लास साथी एप का प्रयोग किया शुरू, आसान होगी गणित और विज्ञान की पढाई


 गोरखपुर। गणित, विज्ञान और अंग्रेजी की पढ़ाई को आसान बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने क्लास साथी एप का प्रयोग शुरू किया है। कक्षा छह से आठ तक के छात्रों के लिए यह एप बेहद उपयोगी है। विद्यार्थियों के साथ ही शिक्षक भी इस एप से जुड़कर शिक्षा की बेहतरी में योगदान दे रहे हैं। इसके लिए ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन भी किया जा रहा है।



कार्यशाला के माध्यम से शिक्षकों को दे रहे प्रशिक्षण

एप को पूरी तरह प्रभावी बनाने तथा विद्यार्थियों को उसका लाभ दिलाने के लिए ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित कर शिक्षकों को जागरूक किया जा रहा है। प्रत्येक महीने शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एक दिवसीय यूट्यूब लाइव का प्रसारण किया जा रहा है। जिससे कि वे उसे बेहतर ढंग से विद्यार्थियों से साझा कर उन्हें शिक्षण गतिविधियों से जोड़ सके।

" क्लास साथी एप को प्रभावी बनाने तथा विद्यार्थियों को उसका लाभ दिलाने लिए ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित कर शिक्षकों जागरूक करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। ● ऑनलाइन शिक्षा की मानीटरिंग की जा रही है।

-आरके सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

कक्षा छठवीं से आठवीं के बच्चों को मिल रहा लाभ

जिले में 2514 परिषदीय विद्यालयों में 3.39 लाख बच्चे अध्ययनरत हैं। कोरोना संक्रमण के चलते विद्यालय बंद चल रहे हैं। ऐसे में भौतिक रूप से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। विद्यार्थियों को ऑनलाइन तरीके से शिक्षित किए जाने की दिशा में विशेष पहल की जा रही है।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान की पहल पर क्लास साथी एप हिंदी माध्यम में भी  उपलब्ध है। ऐसे में अधिक से  अधिक विद्यार्थियों को उससे जोड़ते हुए उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा में बनाए रखने की पहल की जा रही है।

कार्यशाला के माध्यम से शिक्षकों को दे रहे प्रशिक्षण

एप को पूरी तरह प्रभावी बनाने तथा विद्यार्थियों को उसका लाभ दिलाने के लिए ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित कर शिक्षकों को जागरूक किया जा रहा है। प्रत्येक महीने शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एक दिवसीय यूट्यूब लाइव का प्रसारण किया जा रहा है। जिससे कि वे उसे बेहतर ढंग से विद्यार्थियों से साझा कर उन्हें शिक्षण गतिविधियों से जोड़ सके।

" क्लास साथी एप को प्रभावी बनाने तथा विद्यार्थियों को उसका लाभ दिलाने लिए ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित कर शिक्षकों जागरूक करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। ऑनलाइन शिक्षा की मानीटरिंग की जा रही है।

-आरके सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी