पोर्टल के माध्यम से बेसिक शिक्षकों ने विद्यालयों में क्या पढ़ाया, इनके कार्य की होगी निगरानी, बढ़ सकती है मुसीबत


हाथरस। शासन की ओर से बेसिक शिक्षा परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की शिक्षा में सुधार के लिए नये-नये प्रयोग किए जा रहे हैं। अब पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों ने विद्यालयों में क्या पढ़ाया, इसकी निगरानी की जाएगी। शिक्षकों के लिए ऑनलाइन ‘लर्निग पासबुक’ भी बनाई जा रही हैं। इसके माध्यम से शिक्षक कक्षाओं में क्या पढ़ा रहे हैं, इसकी निगरानी रखी जाएगी। शिक्षकों को इसकी मदद से ऑनलाइन शैक्षिक सामग्री के ‘डेबिट एवं क्रेडिट’ की जानकारी एक क्लिक पर मिल सकेगी। शिक्षकों द्वारा कक्षा में पढ़ाई गई सामग्री पर शासन स्तर से नजर रखी जाएगी।

बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सहित उच्चाधिकारी भी एप के माध्यम से विद्यालयों में कराई जा रही पढ़ाई को देख सकेंगे। एप के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा में सुधार के उपायों पर नजर रखी जाएगी। विभाग की ओर से इसकी तैयारी शुरू हो गई हो गई है। अब शिक्षकों को तय समय में उपलब्ध सामग्री को पढ़ाना होगा।

पढ़ाई गई सामग्री को शिक्षक लर्निंग पासबुक में डेबिट और क्रेडिट के खाते में दर्ज करेंगे। इससे परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा में सुधार होने की उम्मीद है। बीएसए शाहीन ने बताया कि शासन स्तर पर दीक्षा एप के माध्यम से स्कूलों में पढ़ाई की निगरानी होगी। इस एप पर शिक्षकों के साथ ही विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए पाठ्यक्रम उपलब्ध है।


इसके तहत बनी व्यवस्था में अध्यापकों के लिए हर हफ्ते का पाठ्यक्रम भी तय किया गया है। इस एप की हर गतिविधि को मानव संपदा पोर्टल पर ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा। इसमें शिक्षकों के लिए तैयार लर्निंग पासबुक डिजिटल डायरी की तर्ज पर काम करेगी। बीएसए ने बताया कि इसके लिए परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को ऑनलाइन दर्ज कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं। संवाद