रसोइयों के मानदेय में नहीं होगी लेटलतीफी, डीबीटी के माध्यम से मिलेगा मानदेय

 

6842 की एमडीएम प्रभारी ने शुरू कराई डाटा फीडिंग 
उन्नाव। परिषदीय स्कूलों में तैनात रसोईयों को अब डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफीसरी ट्रांसफर) के माध्यम से मानदेय दिया जाएगा। परियोजना निदेशक के आदेश पर एमडीएम प्रभारी ने रसोइयों की फीडिंग कराना शुरू कर दिया है। अगले महीने से उन्हें यह लाभ मिलने लगेगा।

जिले में संचालित 2305 प्राथमिक व 809 उच्च प्राथमिक स्कूलों में 6842 रसोइयों तैनात हैं। इन रसोइयों को महीने में 1500 रुपये मानदेय दिया जाता है।
अभी तक उन्हें मानदेय के लिए इंतजार करना पड़ता था। क्योंकि स्कूल की उपस्थिति बीआरसी जाती थी। वहां से बीएसए कार्यालय आती थी। उसके बाद यहां से बिल तैयार करा भुगतान के लिए कोषागार में बिल के भेजे जाते थे। अब इन झंझटों से
6842 की एमडीएम प्रभारी ने शुरू कराई डाटा फीडिंग
छुटकारा मिल जाएगा। स्कूल से उपस्थिति बीआरसी जाएगी। वहां से बीएसए कार्यालय में एमडीएम प्रभारी के पास भेज दी जाएगी। वहा पोर्टल पर उसे अपडेट कर कर परियोजना कार्यालय भेजेंगे। वहां से रसोइयों के खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया जाएगा। यह व्यवस्था शुरू होने से रसोइयों को भी परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी और समय से उनके खाते में पैसा पहुंचेगा।
एमडीएम प्रभारी रामजी ने बताया कि परियोजना निदेशक अनामिका सिंह के निर्देश आने के बाद तैनात रसोइयों की पोर्टल पर फीडिंग शुरू करा दी गई है। मार्च महीने से डीबीटी के माध्यम से पैसे खाते में भेजे जाएंगे।