बेसिक शिक्षा विभाग के करीब एक दर्जन से अधिक शिक्षक-शिक्षिका ऑनलाइन ठगी के शिकार हो गए। एक अपरिचित शख्स ने खुद को चुनाव कार्यालय का कर्मचारी बनकर उनके मोबाइल फोन में ऐनी हेल्प डेस्क एप डाउनलोड कराया। इसे डाउनलोड करते ही उनके खातों से रुपये पार कर हो गए। अब इस मामले में पीड़ित शिक्षकों ने साइबर सेल में शिकायत की है।
विधानसभा चुनाव 2022 के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक-शिक्षिकाओं को बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) ड्यूटी में लगाया गया है। चुनाव कार्यालय से उनके पास जानकारी लेने के लिए फोन भी आते रहते हैं। कुछ शातिर के किस्म लोग इस बात का फायदा उठा रहे हैं।
ठगी का शिकार हुए उच्च प्राथमिक विद्यालय नगला लच्छी के शिक्षक दिलीप कुमार, संविलियन विद्यालय कपूरा के शिक्षक लाल सिंह वर्मा, संविलियन विद्यालय चंदपा की मीनाक्षी, राहुल, संविलियन विद्यालय फुसकरा की शिक्षिका स्वाती शर्मा के पास एक अनजान व्यक्ति का फोन आया और उसने ऐनी हेल्प डेस्क एप डाउनलोड करने के लिए कहा।
इसको लोड करते ही शिक्षिक-शिक्षिकाओं खातों से पैसे कट गए हैं। विकास खंड मुरसान और हसायन के भी कई शिक्षक ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए हैं। इसकी जानकारी जब ठगी का शिकार हुए शिक्षकों को हुई तो उनके होश उड़ गए।
उन्होंने फिर अपने व्हाट्सएप ग्रुपों में संदेश भेजकर अपने अन्य शिक्षक साथियों को सावधान करते हुए कहा कि कोई भी एनी हेल्प डेस्क या अन्य किसी अपरिचित मोबाइल नंबर से कॉल आने पर किसी भी प्रकार की ओटीपी की जानकारी साझा न करें। ऐनी हेल्प डेस्क ऐप को डाउनलोड न करें। किसी भी अपरिचित लिंक को ओपन न करें। इस संबंध में कुछ शिक्षकों ने साइबर सेल में भी शिकायत की है।