हजारों छात्रों के अभिभावकों के खातों में नहीं पहुंचा ड्रास का पैसा, जानिए क्या बोले जिम्मेदार
बैंक और शिक्षकों की ग़ैर जिम्मेदारी के चलते हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं शिक्षा विभाग से मिलने वाली निःशुल्क सुविधाओं से वंचित हो रही है। जिले की 11 ब्लॉकों के स्कूलों के तहत आने वाले हजारों की संख्या में अभिभावकों के बैंक खाते आधार से सीटेड नहीं हो रहे हैं। इसका खुलासा शिक्षा निदेशक बेसिक की समीक्षा में खुलकर सामने आया है।
बेसिक शिक्षा के तहत कक्षा 1 से 8 तक के सभी अध्यनरत बच्चों को सरकार द्वारा नि:शुल्क यूनिफार्म, जूता, मोजा, स्कूल की धनराशि डीबीटी के माध्यम से सीधे अभिभावकों के खातों में भेजी जाती है। शिक्षा निदेशक द्वारा विकास खंड बार समीक्षा करने पर अहिरोरी, पिहानी, टड़ियावां, सुरसा, कोथावां, संडीला, भरखनी, हरियावां, सांडी, बिलग्राम में बड़ी संख्या में अभिभावकों के बैंक खाते आधार से सीटेड नहीं हो पाए हैं। शिक्षा निदेशक ने सभी 11 खण्ड शिक्षा अधिकारियों को शीघ्र अभिभावकों को प्रेरित कराकर एवं बैंक में संपर्क करके सभी अभिभावकों के बैंक खाते आधार सीटेड कराने के निर्देश दिए हैं।
बोले जिम्मेदार
बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी बीपी सिंह का कहना है कि जिन विकास खंड के स्कूलों में बैंक खाते आधार से सीटेड होने की प्रगति धीमी है। वहां के बीईओ को पत्र भेजकर शीघ्रता से बैंक खाते आधार से जोड़ने के लिए निर्देशित कर दिया गया है।