पूरनपुर। चुनाव ड्यूटी का वितरण होने के दूसरे दिन से ही बड़ी तादात में प्रत्यावेदन पहुंचने लगे हैं। पूरनपुर बीआरसी पर रविवार को चार दर्जन से अधिक प्रत्यावेदन पहुंचे। कई शिक्षकों का कहना है कि चुनाव में पति-पत्नी दोनों ड्यूटी करेंगे तो बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल कैसे होगी। कईयो ने घर की रखवाली में दिक्कत आने का हवाला दिया है। प्रत्यावेदन में पति-पत्नी में से एक की ड्यूटी काटे जाने की गुहार लगाई गई है।
जिले में 23 फरवरी को होने वाले विस चुनाव की तैयारियां जोरों से चल रही है। मतदान के लिए ड्यूटी का वितरण शुरू हो गया है। बतादें कि पूरनपुर बीआरसी क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत 1483 शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सूची जिला निर्वाचन को भेजी गई थी। एक दिन पहले निर्वाचन से मतदान में ड्यूटी के संबंध में पहली सूची बीआरस को प्राप्त हुई। इसमें 1210 शिक्षकों और कर्मचारियों को चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। इनमें 838 शिक्षक, 297 शिक्षामित्र, 52 अनुदेशक और 23 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल हैं। खास बात यह है कि चुनाव आयोग की तरफ से पति-पत्नी में से एक की चुनाव में ड्यूटी लगाने के निर्देश हुए। इसके विपरीत तमाम दंपति की ड्यूटी लगा दी गई। शिक्षकों को इसकी जानकारी ड्यूटी प्राप्त करने पर हुई। नगर के यूपीएस की मेघा गोयल, कढ़ेरचौरा की प्रीती, बिलंदपुर अशोक की रश्मि, खाता की पूनम यादव, जटपुरा की अंकिता, टंडोला की प्रेमलता, ढका के परिषदीय स्कूल में कार्यरत रश्मि सहित तकरीबन चार दर्जन शिक्षक-शिक्षिकाओं ने ड्यूटी कटवाने के लिए बीआरसी पर प्रत्यावेदन दिया है। पत्र में पति-पत्नी दोनों की चुनाव में ड्यूटी लगने और इससे आने वावी समस्याओं का हवाला दिया गया है। चुनाव आयोग के निर्देश के बावजूद चुनाव में दंपति की ड्यूटी लगने से शिक्षकों में जिम्मेदारों के खिलाफ रोष है। बीआरसी से मिली जानकारी के अनुसार आज प्रत्यावेदनों की संख्या और बढ़ सकती है।