मऊघोसी। कोतवाली अन्तर्गत ग्रामसभा खत्रीपर एवं बनगांवां के बीच स्थित शारदा सहायक नहर में शुक्रवार की दोपहर सहायक शिक्षक का एक शव मिला। शव की शिनाख्त कटघरा महलू निवासी शिक्षक राजेश राय के रूप में हुई है। वह गुरुवार को घर से भोर में टहलने निकले थे। काफी खोजबीन के बाद कोई पता नहीं चला था।
मधुबन थाना अन्तर्गत कटघरा महलू निवासी व पेशे से शिक्षक राजेश राय रोज की भांति गुरुवार की भोर में टहलने के लिये दोहरीघाट-मधुबन मार्ग पर निकले थे। काफी समय बीत जाने के बाद जब वह घर नहीं पहुंचे तो परिजन उन्हें रास्ते पर ढूंढते हुए निकले। जहां उन्हें उनका जूता व छड़ी पड़ा मिला तो वहीं सड़क पर खून भी बिखरा हुआ था। अनहोनी की आशंका में परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की व गायब शिक्षक की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गईं। कोतवाली अन्तर्गत खत्रीपार व बनगांवां के बीच शारदा सहायक नहर में एक व्यक्ति का शव देखा गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को पानी से बाहर निकलवाया व वायरलेश सेट पर सूचना प्रसारित कराई। जिसके बाद मधुबन थानाध्यक्ष सौरभ राय पुलिस टीम व गायब शिक्षक के परिजनों के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
सहायक अध्यापक की शव मिलने की सूचना के बाद दो बेटियां रिचा एवं रिया के साथ ही पत्नी रेनू राय का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था। राजेश राय सूरजपुर में उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे। मृतक दो भाईयों में बड़े थे। उधर घटना की सूचना पाकर उनके घर पहुंचकर शुभचिंतकों ने शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बधाया। सीओ उमाशंकर उत्तम का कहना है मौत के पीछे कोई रंजिश नहीं प्रतीत हो रहा। सड़क दुर्घटना के बाद वाहन चालक साक्ष्य छिपाने के लिए शव को नहर में फेंक कर चले गए होंगे।
पहले भी इसी नहर में फेंके मिले थे शव
शारदा सहायक नहर में शव के मिलने का दस्तुर कोई नई बात नहीं है। दो साल पूर्व इसी नहर में धरौली निवासी संजय नामक युवक का भी शव मिला था। पिछेल वर्ष 2 फरवरी 2021 को बनगांवा निवासी मोहम्मद सैफ की भी हत्या कर एक नाले में छुपाया गया था। इसके पूर्व काफी पहले गोरखपुर की एक युवती की हत्या कर नग्न अवस्था में पड़ोसियों ने इसी नहर पर लाकर फेंक दिया था। जिसकी शिनाख्त उसके कपड़े पर लगे टेलर के लोगों से हुई थी। इस प्रकार से इस सुनसान जगह का लाभ लेते हुए अपराधी शवों को ठिकानें लगाने का सुरक्षित स्थान मानते हुए फेंक कर चले जाते हैं। पुलिस प्रशासन इस निर्जन स्थान से होकर आने जाने वालों पर पैनी नज़र रखने के साथ ही सीसी टीवी कैमरे का प्रयोग करें तो निश्चित रूप से अपराधियों पर नियंत्रण किया जा सकता है।