शिक्षा मंत्रालय साल अंत तक स्कूली शिक्षा के लिए नया एवं व्यापक राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचा पेश कर सकता है। जिसमें भारत से जुड़ी जानकारी, 21वीं सदी के कौशल विकास आदि पर जोर दिया जाएगा।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव अनिता करवाल ने स्टार्टअप भारत नवाचार सप्ताह पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। अनिता करवाल ने कहा, हम नया राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचा विकसित करने की प्रक्रिया में हैं। इस विषय पर जाने माने वैज्ञानिक डॉ. कस्तूरीरंगन के नेतृत्व में एक समिति गहन विचार-विमर्श कर रही है। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि इस साल के अंत तक हम स्कूली शिक्षा के लिए नया एवं व्यापक राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचा पेश कर सकते हैं। शिक्षा मंत्रालय ने वैज्ञानिक के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में 12 सदस्यीय राष्ट्रीय संचालन समिति का गठन किया था।
बच्चों में वैज्ञानिक सोच के विकास पर जोर रहेगा
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव ने कहा नए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे में भारत से जुड़ी जानकारी को महत्व दिया जाएगा। सामाजिक समस्याओं का खासतौर पर उल्लेख होगा। इसके तहत बचपन से ही बच्चों में वैज्ञानिक सोच के विकास पर ध्यान दिया जाएगा। बच्चों में गणना संबंधी सोच विकसित करने पर भी ध्यान रहेगा। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि केवल गणितीय ज्ञान पर जोर होगा बल्कि तर्क करने की क्षमता के विकास पर भी बराबर ध्यान दिया जाएगा। इसमें बच्चों में नागरिक गुणों के बोध संबंधी तत्वों को महत्व दिया जाएगा।