ज़िले में दो शिक्षकों के प्रमाण-पत्र संदिग्ध मिले, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जारी किया नोटिस
ज़िले में दो शिक्षकों के प्रमाण-पत्र संदिग्ध मिले, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जारी किया नोटिस
जिले के बैरिया और सीयर के प्राथमिक विद्यालय में तैनात दो शिक्षकों के अंक पत्र और प्रमाण पत्र संदिग्ध मिले हैं। उन पर कूटरचित अंक व प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी पाने का आरोप है।बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवनारायण सिंह ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अंदर जवाब तलब किया है। उन्होंने पूछा है कि क्यों न उनकी सेवा समाप्त कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी जाएं।
बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नोटिस में उल्लेख किया है कि अपर पुलिस अधीक्षक स्पेशल टास्क फोर्स लखनऊ द्वारा अवगत कराया गया है कि बेसिक शिक्षा विभाग की मानव संपदा पोर्टल पर समान नाम, पिता का नाम व जन्मतिथि वाले शिक्षकों की जांच एनआइसी से समन्वय स्थापित कर की गई। इसमें शिक्षा क्षेत्र बैरिया के प्राथमिक विद्यालय शहीद पर तैनात सहायक अध्यापक बाल कृष्ण यादव पुत्र हरिकेश यादव व शिक्षा क्षेत्र सीयर के प्रावि वाराडीह पर तैनात शिक्षक ओमप्रकाश यादव पुत्र बांकेलाल यादव का अंक व प्रमाण पत्र संदिग्ध पाया गया है। दोनों शिक्षकों द्वारा नियुक्ति के समय प्रस्तुत दस्तावेज सत्यापन में कूटरचित मिला है। एक सप्ताह के अंदर दोनों शिक्षकों को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी है। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई निश्चिंत है।
पहले से 10 फर्जी शिक्षकों को खोज रही एसटीएफ : जिले के 10 फर्जी शिक्षकों को पहले से एसटीएफ खोज रही है। महानिदेशालय ने बीएसए को पत्र भेजे 10 शिक्षकों के शैक्षिक दस्तावेजों और नियुक्ति संबंधित प्रपत्रों को तलब किया था। उनमें से अभी तक एक की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। धन की रिकवरी के मामले में भी विभाग के हाथ कुछ नहीं लगा है। 14 ऐसे शिक्षकों की सूची जारी की गई थी, जिनके पैन नंबर में गड़बड़ी पाई गई थी। सूची में अलग-अलग शिक्षा क्षेत्रों के 10 उच्च प्राथमिक व प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों, सहायक अध्यापकों एवं शिक्षामित्रों के नाम शामिल हैं।
यह बोले अधिकारी : फर्जीवाड़े के मामले मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से पकड़ में आ रहे हैं। जिन शिक्षकों का अभिलेख सत्यापित नहीं पाया है, उनकी सूची शासन से आ रही है। उनकी जांच कर कार्रवाई की जा रही है। अभी दो शिक्षकों को नोटिस जारी की गई है। - शिवनारायण सिंह, बीएसए