परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अब उनके रिकार्ड के आधार पर तरक्की यानि प्रमोशन सहित अन्य सुविधा मिलेंगी। नौ पैरामीटर्स पर शिक्षकों को ज्यादा से ज्यादा अंक जुटाने होंगे। बीईओ स्कूलों में जाकर निरीक्षण करेंगे और फिर इसके बाद शिक्षकों को अंक मिलेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षिकण गुणवत्ता के ढांचे को सुधारने के लिए शासन पूरी तरह से प्रयासत है। इसके लिए शिक्षकों को तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ उनके लिए प्रशिक्षण चल रहे हैं। मगर अब शासन ने शिक्षकों के लिए नौ पैरामीटर्स तय किए हैं, जिनमें शिक्षकों को अंक दिए जाएंगे और उनके आधार पर शिक्षकों को तरक्की दी जाएगी। बीईओ ब्लॉकों में निरीक्षण कर शिक्षकों के कार्यों की रिपोर्ट लेंगे और फिर उसके आधार पर अंक देंगे। इसमें स्कूलों की शैक्षिणक गुणवत्ता, छात्रों की उपस्थिति, स्कूलों की साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाएं होंगी। इसके अलावा शिक्षकों की गोपनीय रिपोर्ट भी शामिल होगी। बीएसए द्वारा भी शिक्षकों के कार्यों का मूल्यांकन किया जाएंगा और फिर अंतिम रिपोर्ट लगाकर उसे शासन में भेजा जाएगा।
ऐसे बनेगा शिक्षकों का रिपोर्ट कार्ड
बीएसए अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि स्कूलों में सभी सुविधाएं होने पर शिक्षकों को दस नंबर, 60 से 80 फीसदी उपस्थिति पर पांच नंबर, 80 फीसदी उपस्थिति पर पांच नंबर, डिजिटल शिक्षा सामग्री के प्रयोग पर दस नंबर, रिजल्ट कार्ड शत प्रतिशत वितरण पर दस नंबर, एसएमसी की बैठक करने पर दस नंबर, छात्रों द्वारा पुस्तकालय का प्रयोग करने पर दस नंबर, आधारशिला ध्यानाकर्षण और शिक्षण संग्रह को शिक्षण के प्रयोग करने पर दस नंबर, बच्चों का सर्वेक्षण व नामांकन करने पर 10 नंबर और प्रशिक्षण में प्रतिदिन भाग करने पर भी दस नंबर दिए जाएंगे।
परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा। शिक्षकों की गोपनीय रिपोर्ट भी तैयार होगी। चुनावों के बाद स्कूलों में इस पर तेजी से कार्य शुरू होगा। बीईओ स्कूलों में निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट कार्ड के आधार पर शिक्षकों को पुरस्कार एवं प्रमोशन मिलेगा।-अखंड प्रताप सिंह, बीएसए