उत्तर प्रदेश में 15 वर्ष से 18 वर्ष के बीच की उम्र के 1.40 करोड़ किशोरों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने के लिए स्कूल से दो दिन की छुट्टी मिलेगी। सोमवार को किशोरों को वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में किशोरों के लिए बने टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किशोरों को टीका लगवाने की तिथि और उसके अगले दिन यानि दो दिन स्कूल से छुट्टी दी जाए, ताकि वह मानसिक तनाव से दूर रहें और स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह सचेत।
उत्तर प्रदेश में पहले दिन टीका लगवाने को लेकर किशोरों में भारी उत्साह देखने को मिला। प्रदेश में 2150 से अधिक टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई। किशोरों को सिर्फ कोवैक्सीन लगाई जा रही है। फिलहाल कोविन पोर्टल पर घर बैठे आनलाइन पंजीकरण के साथ-साथ टीकाकरण केंद्रों पर भी पंजीकरण कराने की सुविधा दी जा रही है। पहले दिन 1.62 लाख ने कोरोनारोधी टीका लगवाया। उधर, 10 जनवरी से 20 लाख हेल्थ केयर व फ्रंटलाइन वर्करों और 37.54 लाख बुजुर्गाें को भी टीके की सतर्कता (प्रिकाशन) डोज लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनावों को देखते हुए पुलिस बल को प्राथमिकता के आधार पर सतर्कता डोज लगाने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की जांच के लिए बढ़ाएं लैब : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की जांच के लिए लैब की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। ताकि अधिक से अधिक जीनोम सिक्वेंसिंग कर इस वैरिएंट की पहचान की जा सके। उन्होंने गोरखपुर, झांसी और गाजियाबाद के मेडिकल कालेजों के साथ-साथ संजय गांधी पीजीआइ की लैब में भी जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू कराने के निर्देश चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए। अब तक प्रदेश में कुल आठ रोगी कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित पाए जा चुके हैं। सोमवार को उन्होंने उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना के लगातार बढ़ रहे केस को देखते हुए बचाव के किए जाने वाले उपायों की समीक्षा की। योगी ने निर्देश दिए कि सभी सरकारी व निजी कार्यालयों और प्रतिष्ठानों में भी कोविड-19 हेल्प डेस्क तत्काल सक्रिय की जाएं। बिना स्क्रीनिंग किए किसी भी व्यक्ति को कार्यालय व प्रतिष्ठान में प्रवेश न दिया जाए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बनी सलाहकार समिति की बैठक : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण और आवश्यक रणनीति के लिए राज्य स्तर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक सलाहकार समिति पहले से गठित है। ऐसे में बदली हुई परिस्थितयों को देखते हुए मंगलवार को इस समिति की बैठक कर आवाश्यक परामर्श प्राप्त किया जाए और उसे लागू कराया जाए। जिलों में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर पूरी तरह सक्रिय रहें और 24 घंटे एंबुलेंस की व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए। प्रदेश में अब तक ओमिक्रोन के जो आठ रोगी मिले हैं उनमें मुजफ्फर नगर में तीन, गाजियाबाद में दो और रायबरेली, मेरठ व गौतम बुद्ध नगर में एक-एक रोगी शामिल है।