प्रतापगढ़। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों में खेल के प्रति अभिरुचि पैदा करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाना है, मगर मुश्किल यह है कि विभाग के पास खेल के शिक्षक ही नहीं हैं। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने क्रीड़ा विभाग से प्रशिक्षकों की मांग की है।
जिले में 2034 प्राइमरी व 722 मिडिल स्कूल हैं। इन विद्यालयों में दो लाख 84 हजार बच्चे पढ़ते हैं। विद्यालय में पठन-पाठन की व्यवस्था में पहले से बदलाव आया है। बच्चों की खेल में भी अभिरुचि बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग इस पर पूरा जोर दे रहा है। इसके लिए विद्यालयों में हॉकी, क्रिकेट, हैंडबाल, कुश्ती, फुटबाल सहित अन्य खेलों का प्रशिक्षण देने की कार्य
योजना तैयार की गई है। पहले चरण में प्रदेश के 27 जिलों के 127 विद्यालयों को शामिल किया गया है। इस सूची में जिले के 18 प्राइमरी व मिडिल स्कूल भी शामिल हैं। जिले में मिडिल स्कूल जमुआ पल्टन बाजार, छेमर सैरया, गोड़े, जयंतीपुर कठार, कुटुलिया मिश्रान, रमईपुर नेवादा, प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर सहित 18 विद्यालयों में प्रशिक्षण दिया जाना है। खेल शिक्षक न होने की वजह से प्रशिक्षण शुरू नहीं हो पा रहा है। विभाग द्वारा जिला क्रीड़ा अधिकारी पूनमलता को पत्र भेजा गया है। हालांकि कोरोना की वजह से इन दिनों स्कूल बंद चल रहे हैं। स्कूल खुलने के बाद प्रशिक्षण शुरू किए जाएंगे। जिला क्रीड़ा अधिकारी पूनमलता राज ने बताया कि प्रशिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। प्रशिक्षकों को विद्यालयों में भेजा जाएगा।
योजना तैयार की गई है। पहले चरण में प्रदेश के 27 जिलों के 127 विद्यालयों को शामिल किया गया है। इस सूची में जिले के 18 प्राइमरी व मिडिल स्कूल भी शामिल हैं। जिले में मिडिल स्कूल जमुआ पल्टन बाजार, छेमर सैरया, गोड़े, जयंतीपुर कठार, कुटुलिया मिश्रान, रमईपुर नेवादा, प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर सहित 18 विद्यालयों में प्रशिक्षण दिया जाना है। खेल शिक्षक न होने की वजह से प्रशिक्षण शुरू नहीं हो पा रहा है। विभाग द्वारा जिला क्रीड़ा अधिकारी पूनमलता को पत्र भेजा गया है। हालांकि कोरोना की वजह से इन दिनों स्कूल बंद चल रहे हैं। स्कूल खुलने के बाद प्रशिक्षण शुरू किए जाएंगे। जिला क्रीड़ा अधिकारी पूनमलता राज ने बताया कि प्रशिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। प्रशिक्षकों को विद्यालयों में भेजा जाएगा।