प्रतापगढ़। परिषदीय विद्यालयों में मध्याहन भोजन तैयार करने के लिए रसोइयों को चूल्हा फूंकने पड़ रहे हैं। जिले के 174 परिषदीय विद्यालयों में गैस सिलिंडर की व्यवस्था नहीं है। रसोइयों को चूल्हे पर लकड़ी के सहारे भोजन तैयार करना पड़ता है। इससे समय से बच्चों को भोजन नहीं मिल पता। कई बार शिकायत के बाद भी विभागीय अफसरों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
जिले में 2034 प्राइमरी व 722 मिडिल स्कूल हैं। जिनमें करीब 2.84 लाख बच्चे पढ़ते हैं। इन विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा के साथ मिड डे मील की भी व्यवस्था की गई है। इसके लिए बाकायदा मेन्यू तैयार किया गया है। विद्यालय में मिड डे मिल के लिए रसोई की व्यवस्था है। विभाग द्वारा विद्यालयों को गैस सिलिंडर पर भोजन बनाने का निर्देश दिया गया है। इसके बावजूद जिले के 174 परिषदीय विद्यालयों में चूल्हे पर बच्चों का खाना तैयार किया जा रहा है। इन स्कूलों में गैस सिलिंडर की व्यवस्था नहीं है। इनमें 49 प्राइमरी, जबकि 125 मिडिल स्कूल हैं आसपुर देवसरा में 11, बेलखरनाथधाम में 10, बाबागंज में 10, बिहार में 11, गौरा में 12, कालाकांकर 10, कुंडा नौ, लालगंज आठ, लक्ष्मणपुर 11, मानधाता 11, मंगरौरा आठ, पट्टी 10, रामपुर खास 11 सदर 11, संडवाचंद्रिका 11, सांगीपुर 10, शिवगढ़ में 10 परिषदीय विद्यालयों में मिड डे मील चूल्हे पर बन रहा है। रसोइयों को रोज मध्याहन भोजन बनाने में मशक्कत करनी पड़ती है। बच्चों को समय से भोजन नहीं मिल पाता है। बारिश के दिनों में समस्या और बढ़ जाती है। जिला समन्वयक एमडीएम मो. इजहार ने बताया कि जिन विद्यालयों में गैस सिलिंडर नहीं हैं, उनकी सूची तैयार कर डिमांड भेजी गई है।