प्रयागराज : यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में पकड़े गए डाक्टर संतोष चौरसिया ने गिरोह से जुड़े कई लोगों के अहम राज खोले हैं। उसने एसटीएफ को बताया कि मेजा थाना क्षेत्र के उरुवा गांव निवासी राहुल मिश्रा टीईटी से पूर्व भी कई परीक्षाओं के प्रश्न पत्र आउट करवा चुका है। वह पेपर लीक करके करोड़ों रुपये कमाए और फिर नैनी में आरोग्यम अस्पताल खोला इसके बाद कुछ ट्रस्ट और कंपनी बनाई। वह काली कमाई को ट्रस्ट और कंपनी में लगाता था, ताकि इसका पता किसी को न चल सके।
एसटीएफ मुख्यालय के सीओ लाल प्रताप सिंह का कहना है कि राहुल को पेपर लीक होने की भनक पहले ही लग गई थी। तब उसने डाक्टर संतोष से लखनऊ और रोशन पटेल से प्रयागराज में मिलकर पेपर आउट होने की जानकारी दी। इतना ही नहीं, राहुल ने यह भी कहा था कि पेपर सीधे अभ्यर्थियों को देकर कमाई करें, न कि किसी सेंटर तक पहुंचाएं। मगर रोशन पटेल पैसे के लालच में आ गया और साल्वर गैंग से जुड़े लोगों को पेपर देकर लाखों रुपये कमाए । एसटीएफ को जांच में यह भी पता चला है कि राहुल अक्सर नैनी आता था और डाक्टर संतोष को भी लाता था, जहां उनके बीच बातचीत होती थी। राहुल कंप्यूटर पर काम करने के लिए दो जानकार युवकों को रखा था, जिन्हें 25-25 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन देता था। अब राहुल, उसके साथी अनुराग शर्मा व अन्य की गिरफ्तारी पर कई राज खुलेंगे।