DBT: साढ़े सात हजार बच्चों को नहीं मिल सकी धनराशि


तिलोई (अमेठी)। तिलोई ब्लॉक के 140 परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले 18,818 बच्चों के सापेक्ष साढ़े सात हजार से अधिक बच्चों को अभी तक ड्रेस, स्वेटर, जूता-मोजा व बैग के लिए धनराशि नहीं मिल सकी है। राशि नहीं मिलने से बच्चों के साथ अभिवावक भी परेशान हैं। दिसंबर बीतने के साथ ही शीतलहर का प्रकोप प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में बच्चों को स्कूल जाने के लिए स्वेटर व जूतों मोजों की जरूरत है। धनराशि नहीं मिलने से बच्चे ठंड में बिना स्वेटर व जूते के ही स्कूल जाने को मजबूर हैं।

शासन की नीति के तहत तिलोई ब्लॉक क्षेत्र में 108 प्राथमिक, 15 उच्च प्राथमिक व 17 कंपोजिट विद्यालयों में कुल 18,818 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। ब्लॉक में 468 अध्यापकों की तैनाती है। इसमें 319 सहायक अध्यापक, 136 शिक्षामित्र, 13 अनुदेशक के साथ 9 अनुचर शामिल हैं। शासन की ओर से इन बच्चों के लिए 1100 रुपए धनराशि निर्धारित कर दो जोड़ी ड्रेस, स्वेटर, जूता-मोजा व स्कूल बैग खरीदने के लिए दी जाती है। इसके सापेक्ष आज तक करीब साढ़े सात हजार बच्चों को धनराशि नहीं दी जा सकी है। खरीद के लिए धनराशि नहीं मिलने से बच्चों के साथ अभिभावक भी परेशान हैं।


दूसरी ओर विभाग शेष बचे बच्चों तक पीएफएमए वेबसाइट के माध्यम से भुगतान भेजने के लिए खातों की फीडिंग कराने का कार्य कर रहा है, जिससे बच्चों को जल्द लाभ मिल सके। दिसंबर माह बीतने को है। शीत लहर का प्रकोप तेजी के साथ बढ़ रहा है। ऐसे में बच्चों को स्वेटर व जूता-मोजा की सख्त जरूरत है।धनराशि नहीं मिलने से बच्चे बिना ड्रेस या फिर पुरानी ड्रेस व स्वेटर पहनकर स्कूल जाने को मजबूर हैं। खंड शिक्षा अधिकारी तिलोई अजीत प्रताप सिंह ंने बताया कि शीघ्र ही बच्चों तक धनराशि पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। 12 अभिवावकों के खाते में आधार कार्ड नहीं लगा होने के कारण धन खाते में नहीं पहुंच सका है। बाकी बच्चों को भुगतान के लिए कार्य किया जा रहा है।