DBT:- अभिभावकों के खातों को प्रमाणित करने में देरी होने पर बीएसए नाराज


कन्नौज। परिषदीय स्कूलों में छात्रों के स्कूल ड्रेस के लिए 29146 अभिभावकों के बैंक खातों में डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) से भेजे गए 1100 रुपये वापस आ गए हैं। इनके बैंक खाते बंद मिले। इसके अलावा लगभग चालीस हजार अभिभावकों के खातों को प्रमाणित करने में देरी होने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नाराजगी जताई। उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों को तीन दिन में खातों को प्रमाणित करने के निर्देश दिए।
खाते प्रमाणित न होने पर दिसबंर माह का वेतन रोकने का निर्देश दिया है बीएसए संगीता सिंह ने - सोमवार को स्कूलों में छात्रों के र अभिभावकों के बैंक खातों के वं प्रमाणित करने में देरी होने पर सभी ब्लाक के कंप्यूटर आपरेटर और एकाउंटेंट के साथ बैठक की। बैठक में 194943 छात्रों में से 148460 छात्रों के अभिभावकों के खातों को प्रमाणित किया गया। जिसमें 29146 अभिभावकों के खाते किसी न किसी कारण से बंद मिले। 11706 अभिभावकों के खाते बीईओ स्तर से ने प्रमाणित नहीं हुए हैं। जबकि चालीस ने हजार खाते प्रधानाध्यापक स्तर से प्रमाणित नहीं हो पाए हैं। बीएसए ने सभी प्रधानाध्यापकों को पत्र लिखकर तीन दिन में खातों को प्रमाणित करने के निर्देश दिए हैं।



राशि से बच्चों के ड्रेस, जूता मोजा, स्कूल बैग और स्वेटर ही खरीदे जा सकेंगे



ड्रेस, स्कूल बैग और जूता-मोजा की दरें तय



इस योजना के लिए अभिभावकों के खातों में पैसा जमा करने के लिए शासन की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। इस राशि से बच्चों के ड्रेस, जूता-मोजा, स्कूल बैग और स्वेटर ही खरीदे जा सकेंगे। राज्य सरकार ने बच्चों की ड्रेस व अन्य सामान को खरीदने के लिए दरें भी तय की हैं। 300 रुपये की दर से दो जोड़ी ड्रेस और 200 रुपए में स्वेटर खरीदा जाएगा। जबकि जूता-मोजा के लिए 125 रुपये और स्कूल बैग के लिए 175 रुपये दिए जा रहे हैं।