लखनऊ : प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के खाते में 1100 रुपये पहुंचने का इंतजार खत्म होने वाला है। बेसिक शिक्षा विभाग अभिभावकों के बैंक खाते में धन भेजने का दूसरा चरण इसी सप्ताह शुरू करेगा। करीब 45 लाख से अधिक अभिभावकों का सत्यापन पूरा हो चुका है। संभव है कि धन भेजने का तीसरा चरण भी हो, क्योंकि खाते आधार से लिंक न होने या फिर बंद होने से धन भेजने में परेशानी हो रही है।
सरकार पहली बार प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के अभिभावकों के खाते में 1100 रुपये भेज रही है, ताकि वे बच्चों को यूनीफार्म, स्कूल बैग, जूता-मोजा व स्वेटर आदि खरीदकर दे सकें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योजना का शुभारंभ किया था और उसके कुछ दिन बाद ही करीब एक करोड़ 20 लाख बच्चों के अभिभावकों को तय धनराशि भेजी जा चुकी है। जिनके बैंक खाते अपडेट थे उनमें तत्काल धन पहुंचा अन्य में निरंतर पहुंच
विभागीय अधिकारी व शिक्षक शेष 60 लाख बच्चों के अभिभावकों का इधर सत्यापन करने में जुटे थे, प्रयास के बाद भी 30 नवंबर तक प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी। इसमें शिक्षक व अधिकारियों के निर्वाचन कार्य में लगे होने से देरी हुई साथ ही अभिभावकों के बैंक खाते अपडेट न होने से सत्यापन पूरा नहीं हो पा रहा है। करीब 45 लाख से अधिक का सत्यापन हो चुका है। ऐसे अभिभावकों की सूची बैंक को भेजी जा रही है, इस हफ्ते के अंत तक धन भेजने का कार्य शुरू होगा।
शिक्षा निदेशक बेसिक सवेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने बताया कि यह कार्य जल्द पूरा करने की तैयारी है। शिक्षकों को निर्देश है कि वे अभिभावकों से संपर्क करके खाता अपडेट कराने के लिए प्रेरित करें, साथ ही जिन्हें धन मिल चुका है वे जल्द से जल्द सामग्री खरीद लें।