उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत रसोइया और अल्पकालिक अनुदेशकों को मानदेय बढ़ोतरी का उपहार मिलने जा रहा है। अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि कोरोना के विकट कालखंड में आम लोगों का जीवन बचाने में प्रयासरत रहे कार्मिकों का मानदेय बढ़ाएंगे। उस समय उन्होंने मानदेय कितना बढ़ रहा है इसका ऐलान नहीं किया था।
रसोइया और अनुदेशकों का संवाद सम्मेलन बुधवार को सुबह 10 बजे से अटल बिहारी वाजपेयी कंवेंशन सेंटर में होगा। विद्यालयों में कार्यरत रसोइए तीन लाख 77 हजार से अधिक है, जबकि अल्पकालिक अनुदेशक भी 41 हजार से अधिक हैं दोनों के सिर्फ एक हजार कार्मिकों को ही सम्मेलन में बुलाया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग इसकी तैयारियों में जुटा है। अफसरों के अनुसार रसोइया को 500 और अल्पकालिक अनुदेशकों का एक हजार रुपये मानदेय बढ़ सकता है, हालांकि मुख्यमंत्री उनसे संवाद करने के साथ ही धनराशि का ऐलान करेंगे।
बता दें कि अब तक अनुदेशकों को सात हजार रुपये और प्राथमिक स्कूल के रसोइया को डेढ़ हजार रुपये मानदेय दिया जाता है। कस्तूरबा गांधी विद्यालय के हेड कुक को 7971 और रसाइये को 5848 रुपये मानदेय मिलता है। इनके मानदेय में एक हजार रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है। लखनऊ से 500 रसोइए और 348 अनुदेशक व बाराबंकी जिले से 180 अनुदेशक होंगे। सभी को परिचयपत्र दिलाने की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी गई है।
शिक्षामित्रों का अलग से सम्मेलन होने के आसार : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुपूरक बजट पर चर्चा करते हुए शिक्षामित्रों का भी मानदेय बढ़ाने का उल्लेख किया था लेकिन बुधवार को प्रस्तावित समारोह में शिक्षामित्रों को बुलाया नहीं गया है, ऐसे में शिक्षामित्रों का अलग से सम्मेलन हो सकता है। यह भी चर्चा है कि जिस तरह से ग्राम प्रधानों के सम्मेलन में ब्लाक प्रमुख व जिला पंचायत अध्यक्षों का मानदेय बढ़ाने का ऐलान किया था वैसे ही शिक्षामित्रों का भी ऐलान हो सकता है।