उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती परीक्षाओं में धांधली रोकने के लिए और अधिक पुख्ता इंतजाम करने जा रहा है। प्रदेश के बड़े शहरों के सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों को सेंटर बनाने में पहली प्राथमिकता दी जाएगी।
केंद्र बनाने के लिए सीसीटीवी और अन्य जरूरी इलेक्ट्रानिक उपकरण का होना भी जरूरी होगा। छोटे शहरों में बहुत जरूरी होने पर ही परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। आयोग परीक्षा केंद्र बनाने के संबंध में जल्द ही नया दिशा-निर्देश जारी करने जा रहा है। जल्द होनी हैं 30 हजार भर्तियां: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग समूह ग के विभिन्न पदों पर करीब 30 हजार पदों पर भर्तियां करने जा रहा है। एएनएम के 9212 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला जा चुका है।
आंखों की पुतलियों की स्कैनिंग होगी
यूपी में टीईटी का पर्चा आउट होने के बाद आयोग और अधिक सतर्कता बरता रहा है। आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार का कहना है कि मुन्ना भाइयों को रोकने के लिए अंगूठे का निशान, आंखों के पुतलियों की स्कैनिंग की व्यवस्था कराई जा रही है। प्रश्नपत्र लीक या आउट न होने पाए इसके लिए और अधिक पुख्ता इंतजाम कराए जा रहे हैं।
एजेंसियों का चयन, पर्चा बनवाने, इसे कोषागार में रखने और इसकी गोपनियता बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।