प्रयागराज:- प्रतियोगी परीक्षाओं के हर चरण में आरक्षण का लाभ न देने की मांग प्रतियोगियों का एक वर्ग लंबे समय से कर रहा है। भर्ती संस्थान एक परीक्षा में अभ्यर्थियों को एक बार ही आरक्षण का लाभ दें, उसके लिए नियम में बदलाव कराने की मांग मुखर हो गई है। इसके मद्देनजर प्रतियोगियों ने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। प्रतियोगियों ने एक परीक्षा - एक आरक्षण की व्यवस्था लागू कराने के लिए 15 दिसंबर से हस्ताक्षर अभियान छेड़ दिया है, जो फरवरी तक चलेगा।
51 हजार लोगों का हस्ताक्षर लेकर उसे मार्च में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल व मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। 'एक परीक्षा- एक आरक्षण को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय का तर्क है कि पीसीएस 2015 से 2018 तक की परीक्षाओं में सामान्य व ओबीसी वर्ग की मेरिट लगभग बराबर रही है।
आरक्षण के चलते सामान्य वर्ग के योग्य अभ्यर्थी पहले ही बाहर कर दिए गए। संविधान के अनुच्छेद- 16 (4) (ख) के साथ उत्तर प्रदेश आरक्षण नियमावली-1994 के खंड-3 (2) में आरक्षण का प्रविधान है, लेकिन उसका लाभ एक चरण में ही दिया जाए। प्रयागराज में प्रतियोगियों के साथ समाज के विशिष्टजन से भी हस्ताक्षर कराया जा रहा है।