इक्कीस संदिग्ध बेसिक के शिक्षक हुए भूमिगत, जानिए क्या पूरा मामला, पढें विस्तार से


कन्नौज। जिले में 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के दौरान प्रथम और द्वितीय चरण के शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन में 21 शिक्षक संदिग्ध मिले हैं। पहली नोटिस जारी होने के बाद से ये सभी भूमिगत हो गए हैं। ये संदिग्ध शिक्षक बीएसए कार्यालय के कर्मचारियों पर जांच रोकने का दबाव बना रहे हैं। अब विभाग की ओर से दूसरी नोटिस जारी कर 13 दिसंबर तक जवाब मांगा गया है।



21 संदिग्ध शिक्षकों को पहली नोटिस जारी कर चार दिसंबर को पक्ष रखने का समय दिया गया था। इस दिन कोई भी शिक्षक बीएसए कार्यालय स्पष्टीकरण देने नहीं पहुंचा। इन शिक्षकों को दूसरी नोटिस मंगलवार को जारी कर दी गई। बीएसए कार्यालय में ये शिक्षक जवाब देने के बजाय कर्मचारियों के ऊपर जांच को रोकने का दबाव डाल रहे हैं, जिससे कर्मचारी डरे हुए हैं।


इस बीच बीएसए ने इन शिक्षकों को दूसरी नोटिस जारी कर दी। इनको 13 दिसंबर को उपस्थित होने का समय दिया गया है। 13 दिसंबर को ये लोग नहीं उपस्थित होते हैं, तो इनको तीसरी नोटिस जारी की जाएगी। उसके बावजूद नहीं आते हैं, तो जनपदीय चयन समिति और जिलाधिकारी की संस्तुति पर शिक्षकों को बर्खास्तगी की रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। वेतन की वसूली के लिए रिकवरी नोटिस भी जारी होगी।
बीएसए संगीता सिंह का कहना है कि उनके ऊपर कोई दबाव नहीं बना रहा है। कर्मचारियों के ऊपर कोई दबाव डाल रहा हो तो इसकी जानकारी नहीं।
प्रथम और द्वितीय चरण के अभिलेखों का सत्यापन पूरा
बीएसए कार्यालय में 69 हजार शिक्षक भर्ती के शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन हो रहा है। इनके शैक्षिक अभिलेख का एक सेट कार्यालय में भी जमा होता है। शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन ऑनलाइन और ऑफलाइन कराया गया। सभी अभिलेखों का संबधित बोर्ड और यूनिवर्सिटी से भौतिक सत्यापन कराया गया, जिसमें 21 नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख संदिग्ध मिले हैं। जनपद में प्रथम चरण में 300, द्वितीय चरण में 1082 और तृतीय चरण में 106 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। प्रथम और द्वितीय चरण के शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन पूरा हो चुका है।