प्राइमरी स्कूलों में चलेंगी किंडरगार्टेन कक्षाएं,इन बातों पर रहेगा जोर

प्रयागराज :बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में किंडरगार्टेन कक्षाएं शुरू की जाएंगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यह पहल की जा रही है। इसके लिए प्रयागराज के दो स्कूलों प्राथमिक विद्यालय भोपतपुर बहादुरपुर और उच्च प्राथमिक विद्यालय करेहा करछना का नाम भेजा गया है।


इन स्कूलों को आदर्श बाल वाटिया के रूप में विकसित किया जाएगा।पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 2022-23 सत्र से प्रदेशभर के हर जिले से एक या दो स्कूलों में इसकी शुरूआत हो रही है। उसके बाद 2023-24 सत्र से उन सभी विद्यालयों में बाल वाटिका शुरू होगी जहां आंगनबाड़ी केंद्र है। इसका मकसद तीन से छह वर्ष के छोटे बच्चों को औपचारिक शिक्षा या स्कूल रेडिनेस प्रोग्राम के लिए तैयार करना है।बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि इसके लिए शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। प्रयागराज में 2933 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को पहले चरण में प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

दूसरे चरण में प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए जिले में 221 मास्टर ट्रेनरों की ट्रेनिंग भी पूरी हो चुकी है।प्री प्राइमरी के लिए कक्षा 1-2 में पढ़ाने वाले ऐसे शिक्षकों को चुना गया है जो इस स्तर के बच्चों को पढ़ाने में रुचि लेते हों। प्री प्राइमरी कक्षाओं (नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी) के बच्चों को लिखना, पढ़ना और रटना से मुक्त रखा जाएगा।

इन बातों पर रहेगा जोर

-अक्षर सिखाने से पहले हाथ और आंख के बीच समन्वय सिखाया जाएगा

-अक्षर सिखाने से पहले आकार की अवधारणा से परिचित कराएंगे

-भाव गीत और कविता से बच्चों में शब्दावली का विकास और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाएंगे