बरेली। बरेली कॉलेज शिक्षक और कर्मचारी संघ के प्रदर्शन से विद्यार्थियों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को दूरदराज से आए विद्यार्थियों ने दोनों संगठनों की मांग पूरी कर कॉलेज का माहौल शांत करने की मांग की। विद्यार्थियोें ने शिक्षण कार्य प्रभावित होने से सिलेबस पिछड़ने की भी आशंका जताई। उधर, शिक्षकों और कर्मचारियों ने मांग पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है।
बरेली कॉलेज शिक्षक संघ की ओर से तीन दिनों से प्रदर्शन किया जा रहा है। शुक्रवार को तीसरे दिन शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। महासचिव डॉ. वीपी सिंह ने बताया कि ज्ञापन में राज्य विश्वविद्यालयों से संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों को जिस तिथि को प्रोफेसर पद नाम का शासनादेश जारी हुआ है उस तिथि तक एसोसिएट प्रोफेसर हो चुके शिक्षकों को प्रोफेसर पद नाम देने, एक अप्रैल 2005 और उसके बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन बहाली योजना में शामिल करने और शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा मुहैया कराने की मांग की गई है।
इसके साथ सेवानिवृत्त की आयु यूजीसी नियमों के तहत 65 वर्ष करने, पीएचडी धारकों को पांच एवं एमफिल धारकों को दो वेतन वृद्धि का लाभ देने, उप्र के अनुदानित महाविद्यालयों में स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रमों में कार्यरत अनुमोदित शिक्षकों को विनियमित करने की भी मांग की गई। ज्ञापन देने वालों में शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. आलोक खरे समेत डॉ. राकेश आजाद, डॉ. गजेंद्र पाल सिंह समेत अन्य शिक्षक मौजूद रहे।
20 हजार रुपये हो कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन
बरेली कॉलेज कर्मचारी कल्याण सेवा समिति के बैनर तले अस्थायी कर्मचारियों का धरना और कार्य बहिष्कार शुक्रवार को भी जारी रहा। अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा ने कहा कि दस सालों से महंगाई तेजी से बढ़ी लेकिन वेतनवृद्धि नहीं की गई। कर्मचारियों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। कॉलेज प्रबंध समिति कालातीत घोषित हो चुकी है। जिला प्रशासन की ओर से इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। न्यूनतम वेतन के सापेक्ष 20 हजार रुपये वेतन करने की मांग की। धरने का संचालन राजकुमार ने किया। सभा को हरे राम, तेजपाल, श्रीराम, दीपक कुमार आदि कर्मचारियों ने संबोधित किया। दोपहर तीन बजे कर्मचारियों ने भ्रष्टाचार का पुतला दहन किया। इस दौरान क्रांति गंगवार, बच्ची देवी, सावित्री देवी, नीता कोहली, रेखा रानी, धनी देवी, हरिशंकर, दयाराम, मुकेश यादव आदि कर्मचारी मौजूद रहे।