बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों को सेटेलाइट से जोड़ने की प्रक्रिया अब अंतिम दौर में है। जल्द ही जिले के परिषदीय विद्यालयों की भौगोलिक जानकारी लेना आसान होगा। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत सभी परिषदीय विद्यालयों का जियोग्राफिक इन्फॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) मैपिंग कराई जा रही है। मैपिंग के जरिये विद्यालयों के अक्षांश व देशांतर लिए जा रहे हैं, जिससे उन्हें यू-डायस में भरा जा सके। जीआईएस मैपिंग कार्य पूरा होने के साथ लोग यह सुविधा स्मार्टफोन पर भी पा सकेंगे। जिले में 1144 कुल विद्यालयों में 797 प्राथमिक, 133 उच्च प्राथमिक व 220 कंपोजिट विद्यालय संचालित है। इन स्कूलों की भौगोलिक स्थिति जानने के लिए उनके अक्षांश (लेटीट्यूड) व देशांतर (लोगीट्यूड) लिए जा रहे हैं। इससे विद्यालयों की लोकेशन देश के किसी भी हिस्से से आसानी से जानी जा सकेगी।
ऐसे लेंगे अक्षांश व देशांतर
यदि मोबाइल पर इंटरनेट चालू है तो अक्षांश (लेटीट्यूड) एंड देशांतर (लोगीट्यूड) की इनफार्मेशन गूगल मैप पर चेक सकते हैं। स्कूल की लोकेशन सही आ रही है या नहीं, इसके लिए एप में मैप पर क्लिक करना होगा।
परिषदीय स्कूलों को ऑनलाइन जोड़ने के लिए विभाग ने सभी की जीआईएस मैपिंग कराने का निर्णय लिया है। जल्द ही विद्यालयों के मैपिंग का कार्य पूर्ण हो जाएगा।- राकेश सिंह, बीएसए