मऊ / मधुबन फतहपुर मंडाव ब्लाक क्षेत्र में गांगेवीर का परिषदीय स्कूल एक ऐसा परिषदीय प्राथमिक विद्यालय है जो निजी स्कूलों को कड़ी टक्कर दे रहा है। इस विद्यालय में आडियो-वीडियो के जरिए पढ़ाई होती है। इसके अलावा संगीत, खेल आदि पर भी जोर दिया जाता है। विद्यालय में प्रत्येक कक्ष को स्मार्ट क्लास बनाया गया है। गत वर्ष मिशन पहचान के तहत हुई ग्रेडिंग में विद्यालय जिले में अव्वल आ चुका है।
परिषदीय विद्यालयों में नामांकन कम होने के मामले में शिक्षकों द्वारा आधुनिक संसाधनों का रोना रोया जाता है। वहीं क्षेत्र का गांगेवीर स्थित परिषदीय प्राथमिक विद्यालय आधुनिक संसाधनों से लैस है। यहां प्रधानाध्यापक सहित शिक्षकों के सेवाभाव तथा सामुदायिक सहभागिता से विद्यालय के सभी नौ कक्ष को स्मार्ट क्लास बना दिया गया है। शिक्षकों के हमेशा अपग्रेड रहने से यहां अभिभावकों का निजी स्कूलों की अपेक्षा इस सरकारी विद्यालय में एडमिशन कराने का रुझान बढ़ा है। विद्यालय में 556 बच्चों का नामांकन है। जबकि यहां मात्र पांच शिक्षकों की तैनाती है। विद्यालय प्रबंध समिति की पहल पर शिक्षित वालेंटियर्स अपना कुछ समय बच्चों को देते हैं।
प्रधानाध्यापक अशोक सिंह ने बताया कि जब उन्होंने 2018 में कार्यभार ग्रहण किया तब यहां 104 छात्र थे। स्वयं शिक्षकों तथा विद्यालय प्रबंध समिति के आपसी सामंजस्य से छात्र संख्या प्रतिवर्ष बढ़ रही है।
तरक्की की गवाही देते आंकड़े
मऊ। विद्यालय में नामांकन का आंकड़ा ही स्कूल के बेहतर शिक्षा की तरक्की की गहावी देते हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2018-19 104, 2019-20 * 390, 2020-21 में 482 जबकि वर्ष 2021-22 में 556 छात्रों का नामाकंन है। जो कि जिले के सभी परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के लिए अनुकरणीय हैं।