उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी)-2021 का आयोजन अगले साल जनवरी के चौथे सप्ताह में संभावित है। इस बाबत परीक्षा नियामक प्रधिकारी कार्यालय ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। इस बीच शासन ने पूर्व में निर्धारित सभी परीक्षा केंद्रों का परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी)-2021 का आयोजन अगले साल जनवरी के चौथे सप्ताह में संभावित है। इस बाबत परीक्षा नियामक प्रधिकारी कार्यालय ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। इस बीच शासन ने पूर्व में निर्धारित सभी परीक्षा केंद्रों का परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। यूपीटीईटी-2021 का पेपर आउट होने के बाद अब पुनर्परीक्षा के लिए फूंक-फूंक कर कदम रखा जा रहा है।
यूपीटीईटी-2021 का आयोजन 28 नवंबर को किया गया था। पहली पाली में प्राथमिक स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 2554 केंद्र बनाए गए थे और 1291628 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। वहीं, दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 1747 केंद्र बनाए गए थे और 873553 अभ्यर्थी पंजीकृत थे।
पहली पाली की परीक्षा का पेपर आउट हो जाने के कारण पूरी परीक्षा निरस्त कर दी गई थी और सरकार की ओर से बयान जारी किया गया था कि एक माह में पुनर्परीक्षा कराई जाएगी। पुन: परीक्षा जल्द कराई जा सके, इसके लिए अनुभवी अनिल भूषण चतुर्वेदी को सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी पद की जिम्मेदारी दोबारा सौंप दी गई।
23 जनवरी को परीक्षा की अधिक संभावना
पुन: परीक्षा में लाखों अभ्यर्थियों को शामिल होना है और इस बात कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए शासन फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को एजेंसी का चयन करना है, पेपर सेट करना है और परीक्षा संबंधी कई कार्यों को पूरा करना है। ऐसे में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से जनवरी के चौथे सप्ताह में पुनर्परीक्षा प्रस्तावित की गई है।
परीक्षा 20 से 25 जनवरी के बीच कराए जाने की तैयारी है। 23 जनवरी को रविवार का साप्ताहिक अवकाश है। ऐसे में 23 को परीक्षा के आयोजन की संभावना अधिक है। वहीं, परीक्षा केंद्रों में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए शासन ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी करने कमेटी बनाने और परीक्षा केंद्रों का परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। अगर केंद्रों में कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उन्हें बदला जाएगा।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी)-2021 का आयोजन अगले साल जनवरी के चौथे सप्ताह में संभावित है। इस बाबत परीक्षा नियामक प्रधिकारी कार्यालय ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। इस बीच शासन ने पूर्व में निर्धारित सभी परीक्षा केंद्रों का परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं।