नहीं टलेंगे विधानसभा के चुनाव, तैयारियां परखने आज आएगा निर्वाचन आयोग

नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश समेत जिन पांच राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं वहां टीकाकरण तेज करने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के साथ चुनावी राज्यों में कोरोना संक्रमण और ओमिक्रोन वैरिएंट से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के दौरान आयोग ने यह सुझाव दिया। आयोग ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को चुनाव के दौरान ड्रग का इस्तेमाल रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने को भी कहा।


लगभग एक घंटे तक चुनाव आयोग के साथ चली बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने कोरोना के हालात और टीकाकरण की स्थिति की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश के कुछ राज्यों में ओमिक्रोन के साथ-साथ कोरोना संक्रमण में बढ़ोतरी देखी जा रही है और सरकार इसे रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने इस संबंध में 21 दिसंबर को स्वास्थ्य मंत्रलय की ओर जारी दिशानिर्देशों का हवाला भी दिया, जिसमें राज्यों को नए कंटेनमेंट उपायों और कोरोना से बचाव के उपायों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य सचिव भूषण ने यह भी कहा कि ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है, लेकिन अभी इस संबंध में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है। ओमिक्रोन वैरिएंट के तेजी से फैलने के कारण राज्यों को बड़े समारोहों को प्रतिबंधित करने के लिए कहा गया है। चुनाव के दौरान भी इसका पालन करने को कहा गया है।

टीकाकरण की स्थिति की जानकारी देते हुए राजेश भूषण ने कहा कि गोवा और उत्तराखंड में 100 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 85 प्रतिशत वयस्क आबादी को पहली डोज लग चुकी है। पंजाब और मणिपुर में यह आंकड़ा 80 प्रतिशत के नीचे है। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, पंजाब और मणिपुर में टीकाकरण की गति तेज कर जल्द से जल्द सभी वयस्क आबादी का टीकाकरण का सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

पांच राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव : अगले साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं। उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर विधानसभा का कार्यकाल अगले साल मार्च में खत्म हो रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल मई में खत्म होगा। चुनाव आयोग ने एनसीबी, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बैठक की। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के चुनाव राज्यों और खासकर पंजाब व गोवा में चुनाव के दौरान ड्रग के वितरण और इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्देश दिया। वहीं पाकिस्तान, चीन और नेपाल की सीमाओं पर तैनात बीएसएफ, आइटीबीपी और एसएसबी के अधिकारियों को निगरानी बढ़ाने को कहा ताकि चुनाव के दौरान अवांछित लोगों और वस्तुओं की आवाजाही पर रोक लगाई जा सके।

’>>चुनावी राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति और ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को लेकर की चर्चा

’>>एनसीबी से चुनाव के दौरान ड्रग का इस्तेमाल रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा

राज्य ब्यूरो, लखनऊ : वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव की तैयारियां परखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग मंगलवार 28 दिसंबर को तीन दिवसीय दौरे पर लखनऊ आ रहा है। पहले दिन 28 दिसंबर को शाम चार बजे से आयोग राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनसे जानकारी लेगा। इसके बाद सवा छह बजे से मुख्य निर्वाचन अधिकारी, पुलिस के नोडल अधिकारी व केंद्रीय पुलिस बल के नोडल अधिकारी के साथ बैठक होगी। शाम साढ़े सात बजे से चुनाव आयोग के अधिकारी विभिन्न प्रवर्तन इकाइयों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा करेंगे।

चुनाव तारीखों की घोषणा से पहले चुनाव आयोग संबंधित राज्यों में जाकर वहां राजनीतिक दलों, शासन व प्रशासन से तैयारियों की जानकारी एकत्र करता है। इसी के तहत चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश की चुनाव तैयारियां परखने मंगलवार को लखनऊ आ रहा है। इसमें मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त राजीव कुमार व अनूप चन्द्र पांडेय, सेक्रेटरी जनरल उमेश सिन्हा सहित कुल 13 वरिष्ठ अफसरों की टीम शामिल है।

चुनाव आयोग दूसरे दिन यानि 29 दिसंबर को कमिश्नर, डीएम, आइजी, एसएसपी, एसपी आदि अफसरों के साथ बैठक कर निष्पक्ष चुनाव की तैयारियों को देखेगा। सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक आठ मंडलों के सभी अधिकारियों के साथ समीक्षा होगी। इसके बाद दिन में तीन बजे से रात नौ बजे तक बचे हुए 10 मंडलों के अफसरों के साथ समीक्षा होगी। इसके बाद अंतिम दिन 30 दिसंबर को प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी व डीजीपी मुकुल गोयल के साथ बैठक होगी। इसी दिन चुनाव आयोग दोपहर 12 बजे से पत्रकार वार्ता कर स्थिति की जानकारी देगा। अपने तीन दिवसीय दौरे में चुनाव आयोग प्रदेश में संवेदनशील व अति संवेदनशील पोलिंग बूथों व इनमें की गई व्यवस्था की भी जानकारी लेगा।

पात्र आबादी को कम से कम एक डोज लगाएं चुनावी राज्य

चुनाव आयोग के साथ बैठक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने चुनावी राज्यों के उच्च स्तरीय बैठकर कोरोना के हालात और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने इन सभी राज्यों से सभी पात्र आबादी को जल्द से जल्द पहली डोज लगाने और दूसरी डोज लगाने के लिए भी तत्परता बरतने को कहा।