विचार: विज्ञान और गणित की द्विभाषी पुस्तकें आएंगी, जिस भाषा में बच्चा सबसे अधिक सहज होता उसमें पढ़ाना जरूरी


ज्ञानार्जन को सुखद एवं आकर्षक बनाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) आने वाले समय में विज्ञान एवं गणित में द्विभाषी पाठ्य पुस्तकें तैयार करने के प्रस्ताव पर विचार करेगा।


स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने शिक्षा, महिला, बाल एवं युवा मामलों से संबंधित संसद की स्थायी समिति को यह जानकारी दी। समिति की यह रिपोर्ट मंगलवार को संसद में पेश की गई थी। शोधकर्ताओं ने बताया है कि जिस भाषा में बच्चा ज्यादा सहज है, उसका उपयोग उसी भाषा में करने से पठन-पाठन में सुधार होता है।